इस वजह से अलीगढ़ में शनिवार रात 12 बजे तक बंद हुई इंटरनेट सेवा

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र गुरुवार से से धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर हटाने आए हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए. साथ ही इस मामले की न्यायिक जांच कराई जाए. छात्र क्लास न जाने की ज़िद पर अड़े हैं, जिसे देखते हुए अगले पांच दिन के लिए क्लासेज़ सस्पेंड कर दी गई हैं.  

वहीं अलीगढ़ में शुक्रवार दोपहर 2 बजे से कल रात 12 बजे तक के लिये इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है ताकि सोशल मीडिया पर अफवाहें ना फैले. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूरे अलीगढ़ शहर में धारा 144 लागू है. जगह-जगह कड़े सुरक्षा बंदोबस्त हैं. इस बीच यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने कहा है कि मोहम्मद अली जिन्ना इस यूनिवर्सिटी के फ़ाउंडर मेंबर थे और उनकी तस्वीर 1938 से लगी हुई है. अब इस मुद्दे को बेवजह तूल दी जा रही है. उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मोहम्मद अली जिन्ना को देश का दुश्मन बताया है.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में मुस्लिम लीग के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर विवाद जारी है. मोहम्मद अली जिन्ना को उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने देश का दुश्मन बताया है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ”जिन्ना देश के दुश्मन थे. देश के दुश्मन के लिए यहां किसी के दिल में कोई जगह नहीं है. जिन्ना के लिए न कभी जगह थी, न है और न कभी होगी.’ बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य का बयान यूपी के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के आलोक में आया है, जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि ‘जिन महापुरुषों के योगदान राष्ट्र के निर्माण में रहा, उन पर उंगली उठाता है तो घटिया बात है.

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योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने जिन्ना की प्रशंसा करते हुए कहा था कि ‘बंटवारे से पहले पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना के योगदान को अनदेखा नहीं किया जा सकता.’ इस बयान पर जवाब देते हुए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है, हम इस पर बाद में विचार करेंगे. 

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि भारत के बंटवारे के पीछे जो शख्स रहा है, उसे यहां किसी तरह से सम्मानित नहीं किया जा सकता. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय प्रबंधन से एक विस्तृति रिपोर्ट मांगी है और कहा कि वह इस मैटर को देखेंगे. 

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