वरमाला के बाद दूल्हा हुआ फरार, बिन दुल्‍हन लौटी बारात, वजह हैरान कर देगी

बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार भले ही दहेज के खिलाफ अभियान चला रहे हैं, लेकिन आज भी यह बंद नहीं हुआ है। मुंगेर जिले के संग्रामपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित रामधनी भगत स्मृति भवन में एक शादी समारोह के दौरान बुधवार की रात अजीबोगरीब मामला सामने आया। दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर दूल्हा कन्या पक्ष के लोगों को झांसा देकर फरार हो गया। जानकारी के अनुसार बांका जिला के बेलहर थाना क्षेत्र अंतर्गत खसिया गांव निवासी सुरेंद्र भगत के पुत्र रंजीत भगत की शादी पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला के बडाकर निवासी स्व.मुरली भगत की पुत्री से तय हुई थी। 29 अप्रैल, 2018 को दूल्हे के घर पर तिलक की रस्म संपन्न कराई गई थी। वर पक्ष के कहने पर विवाह की रस्म संग्रामपुर में ही करना तय किया गया।वरमाला के बाद दूल्हा हुआ फरार, बिन दुल्‍हन लौटी बारात, वजह हैरान कर देगी

2 मई को विवाह की सारी तैयारी की गई थी। डीजे की धुन पर नाचते-गाते विवाह स्थल तक बारात पहुंची। सरातियों ने बारात का भव्य स्वागत किया। वरमाला की रस्म निभाई गई। कन्या को विवाह के लिए मंडप पर बैठाया गया फिर दूल्हे राजा को खोजा जाने लगा। लेकिन दूल्हे राजा नहीं मिले।

पिता ने अपने ही बेटी को बनाया हवस का शिकार, कुकर्म पिता को फांसी देने की मांग

इस संबंध में दुल्हन की मां निर्मला भगत ने बताया कि रंजीत के साथ बेटी का आदर्श विवाह तय हुआ था। बुधवार को समधी मिलन एवं वरमाला के बाद दूल्हा रंजीत के पिता सुरेंद्र भगत, मां बेनी देवी, मामा शत्रुघ्न भगत उर्फ रामजाने एवं मुन्ना भगत ने मुझसे एक लाख रुपये नकद, सोने की चेन एवं अंगूठी की दहेज के रूप में मांग की।

साथ ही कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं की जाएगी तब तक शादी नहीं होगी। इसी बीच इन लोगों के इशारे पर रंजीत भाग गया। मामला थाने तक पहुंचा। दूल्हे के पिता सुरेंद्र भगत, छोटा भाई मुकेश भगत एवं मामा मुन्ना भगत को थाने पर लाया गया। दोनों पक्ष के परिजनों द्वारा मामला सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। संग्रामपुर के थानाध्यक्ष एलबी सिंह ने बताया कि यदि दोनों पक्ष मामला सुलझा लेते हैं तो ठीक है। अन्यथा आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

 
 
Back to top button