बांग्लादेश में जागे हिंदू, चिन्मय की गिरफ्तारी का भारी विरोध
बांग्लादेश में हिंदू समूह सम्मिलिता सनातनी जोत के नेता एवं इस्कान ट्रस्ट के सचिव रहे चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी का बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है। राजधानी ढाका और चटगांव समेत देश के कई हिस्सों पर लोग सड़कों पर उतरे और उनकी रिहाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाने और आंसू गैस के गोले दागने की खबर है।
चिन्मय को भेजा गया जेल
इस बीच, एक अदालत ने चिन्मय को जमानत देने से इन्कार कर दिया। उन्हें जेल भेज दिया गया है। चिन्मय को देशद्रोह के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। बीडीन्यूज24 डॉट काम के अनुसार, चटगांव के छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम की अदालत ने जेल भेजने का आदेश दिया। चिन्मय को जमानत नहीं मिलने पर उनके समर्थकों ने अदालत परिसर में जय श्रीराम समेत कई नारे लगाए।
दो हजार से ज्यादा लोगों ने वैन को घेरा
चटगांव मेट्रोपोलिटन पुलिस आयुक्त हसीब अजीज ने कहा कि जब कड़ी सुरक्षा में चिन्मय को जेल ले जाया जा रहा था, तब दो हजार से ज्यादा समर्थकों ने वैन को घेर लिया। करीब दो घंटे तक रास्ता रोके रखा। इस दौरान पथराव किया गया। उनको खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इसमें किसी के गंभीर रूप से घायल होने की खबर नहीं है।
राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का आरोप
चिन्मय ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इधर, बांग्लादेशी साइबर अपराधी इस्कान के इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों को निशाना बना रहे हैं। बता दें कि 30 अक्टूबर को चटगांव के कोतवाली थाने में चिन्मय समेत 19 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उन पर हिंदू समुदाय की एक रैली के दौरान बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाया गया था।
इस्कान ने की भारत से दखल की अपील
इस्कान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ”हमें परेशान करने वाली खबरें मिली हैं कि इस्कान बांग्लादेश के प्रमुख नेताओं में से एक चिन्मय कृष्ण दास को ढाका पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह निराधार आरोप लगाना अपमानजनक है कि इस्कान का दुनिया में कही भी आतंकवाद से कोई लेना-देना है। इस्कान भारत सरकार से तत्काल कदम उठाने, बांग्लादेश सरकार से बात करने और यह बताने की अपील करता है कि हम एक शांतिप्रिय भक्ति आंदोलन हैं।” इस बीच भारत सरकार ने भी गिरफ्तारी पर आपत्ति जताई है।