T20 World Cup 2024 को लेकर रोहित शर्मा का बहुत बड़ा खुलासा
भारत ने इसी साल जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप-2024 का खिताब जीता था। फाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को सात रनों से हरा 17 साल बाद ये ट्रॉफी उठाई थी। कई लोगों ने इसका श्रेय सूर्यकुमार यादव के फाइनल में लिए हुए कैच को दिया है। लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के तीन महीने बाद रोहित शर्मा ने बताया है कि असली बाजी तो ऋषभ पंत ने अपनी एक चालाकी से पलटी थी।
भारत ये मैच हारता दिख रहा था लेकिन पहले जसप्रीत बुमराह और फिर हार्दिक पांड्या की शानदार गेंदबाजी से उसने वापसी की। सूर्यकुमार यादव ने आखिरी ओवर में बाउंड्री पर डेविड मिलर का बेहतरीन कैच लपका और यहीं से भारत की जीत तय हो गई थी। हालांकि, अब टीम के कप्तान रोहित ने बताया है कि पंत ने बीच मैच में एक चाल चली थी जिसने साउथ अफ्रीका से जीता हुआ मैच छीन लिया।
रोहित ने खोला राज
रोहित ने हाल ही में सूर्यकुमार, शिवम दुबे, अक्षर पटेल और अर्शदीप सिंह के साथ नेटफिलिक्स पर आने वाले कपिल शर्मा शो में हिस्सा लिया और इसी दौरान उन्होंने फाइनल का एक राज खोला। रोहित ने कहा, “उनके पास काफी विकेट बचे थे। सेट बल्लेबाज मैदान पर थे। हमें टेंशन हो रही थी। लेकिन कप्तान को ऐसे समय में मजबूत होना चाहिए। किसी को ये चीज पता नहीं है लेकिन जब 30 गेंदों पर 30 रन चाहिए थे उससे पहले एक छोटा सा ब्रेक हुआ था। हमारे ऋषभ पंत ने दिमाग लगा के गेम को रोक दिया था। उसने कहा कि घुटने में कुछ छुआ है। वो टैपिंग करने लगा।”
उन्होंने कहा, ” गेम चल रहा था, उस समय बल्लेबाज सोचता है कि बॉलर मुझे फटाफट गेंद फेंके। लय बनी था तो हमें उस लय को तोड़ना था। मैं फील्ड सेट कर रहा हूं और गेंदबाजों से बात कर रहा हूं उतने में मैंने देखा पंत नीचे गिरा हुआ है। फिजियो वहां है और उसे टेपिंग कर रहा है। क्लासेन वहां पर मैच शुरू होने का इंतजार कर रहा है। मैं ये नहीं कह रहा कि ये ही हमारी जीत का कारण है, लेकिन एक कारण हो सकता है। हमारे पंत साहब ने दिमाग लगाया और काम हो गया।”
17 साल बाद जीता खिताब
भारत ने साल 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहला टी20 वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद भारत ने इस साल यानी रोहित की कप्तानी में ये ट्रॉफी उठाई और 17 साल के सूखे को खत्म किया। इस खिताबी जीत के बाद रोहित और विराट कोहली ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया था।