ब्रिटेन करेगा रासायनिक हथियार रक्षा पर 435 करोड़ रुपये खर्च

पूर्व रूसी जासूस पर नर्व एजेंट हमले के बाद ब्रिटेन ने नया रासायनिक हथियार रक्षा केंद्र बनाने की घोषणा की है। इस पर 4.8 करोड़ पाउंड (करीब 435 करोड़ रुपये) खर्च होगा। इसके अलावा एंथ्रेक्स से बचने के लिए हजारों ब्रिटिश सैनिकों का टीकाकरण किया जाएगा।

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ब्रिटेन के रक्षा मंत्री गेविन विलियम्सन ने कहा कि हम रसायन विश्लेषण और रक्षा को अग्रणी बनाने के लिए नया केंद्र बनाएंगे। यह केंद्र मौजूदा पोर्टन डाउन परिसर में बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि न केवल रूस बल्कि कई देशों से रासायनिक हमले का खतरा बढ़ रहा है।

पोर्टन डाउन ब्रिटिश सेना का गुप्त अड्डा है जहां पूर्व रूसी जासूस को दिए गए जहर का विश्लेषण किया गया था। इसका आधिकारिक नाम डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी लेबोरेट्री है। इसमें करीब 3,000 वैज्ञानिक काम करते हैं। इसका वार्षिक बजट 50 करोड़ पाउंड है।

पहले विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के गैस हमले से निपटने के लिए 1916 में इसकी स्थापना की गई थी। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, रासायनिक हथियारों पर प्रतिबंध का पालन करते हुए पोर्टन डाउन में रक्षात्मक प्रकृति का अनुसंधान होता है।

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