40 हजार साल पुराने घोड़े को ऐसे पुनर्जीवित करेंगे वैज्ञानिक, सुनकर नही होगा यकीन

वैज्ञानिक अपने हुनर से नए-नए अविष्कार करते ही रहते हैं. चाहे वो जानवरों पर हो या फिर किसी एलियंस पर, इनसे जुडी खबरें आती ही रहती हैं. ऐसे ही वैज्ञानिक विलुप्त प्रजाति को फिर से जीवन देने की कोशिश में लगे हुए हैं जिसके लिए उन्होंने कुछ सेल भी हासिल भी किये हैं. वैज्ञानिकों ने 40,000 साल की उम्र के एक विलुप्त बेबी हॉर्स के सेल नमूने ले लिए हैं. रूसी-दक्षिण कोरियाई टीम का दावा है कि नर फोयल यानी घोड़े के बच्चे पर प्रयोग विलुप्त जानवर को विशाल जीवन को वापस लाने के लिए “पहला कदम” है.

यह तस्वीर Yakutsk प्रयोगशाला की है जो दुनिया का सबसे ठंडा शहर है. आपको बता दें ये फॉल यानी बेबी हॉर्स साइबेरिया क्रेटर के जमे हुए सब्ज़ील में मिला था जिसे ‘माउथ ऑफ़ हेल’ यानी ‘नर्क का द्वार’ भी कहा जाता है. इस बेबी हॉर्स को मरे 20 दिन हो चुके थे जिसके बाद ये हॉर्स मिला. इस रिसर्च पर रूस के मैमथ म्यूजियम के लीडिंग शोधकर्ता Semyon Grigoriev ने इस बेबी हॉर्स के बारे में कहा कि ‘जानवरों की मांसपेशियों के टिश्यू को बिना किसी नुकसान के और संरक्षित रखा गया था जिसके कारण हम जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान के लिए इस खोज से नमूने लेने में कामयाब रहे.’

क्लोनिंग विशेषज्ञ प्रोफेसर Hwang Woo Suk ने कहा – ‘अगर हम एक सेल ढूंढने में कामयाब होते हैं, तो हम इस अनोखे जानवर को क्लोन करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे.’ उन्होंने कहा कि विलुप्त लेंसकाया (Lenskaya) नस्ल के घोड़े को  सरोगेट के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि ‘हमारे पास इतने सारे ज़िंदा घोड़े हैं जिनमे से हम इन मादा घोड़ों से अंडों को एक अच्छे विकल्प में चुन सकते हैं. जब इस बेबी हॉर्स का क्लोन भ्रूण बन जायेगा तब  इसे आसानी से सरोगेट मां पास ले जाया जा सकते हैं.

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