36 हजार टन दाल जब्त, कुछ दिनों में दाम होंगे कम : जेटली

phpThumb_generated_thumbnail (23)नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने बुधवार को कहा कि जमाखोरी के खिलाफ तीन-चार दिनों से चल रही छापेमारी के दौरान 36 हजार टन दाल जब्त की गई है और आयातित दाल के साथ उसके बाजार में आने पर अगले कुछ दिनों में कीमतें कम होने लगेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दालों की उपलब्धता एवं कीमत पर निगरानी के लिए गठित समूह की पहली बैठक के बाद जेटली ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले तीन-चार दिनों में केन्द्र की निगरानी में राज्यों में 3290 छापेमारी कर अब तक 36 हजार टन दाल जब्त की गई है और छापेमारी अभी जारी रहेगी।

उन्होंने कहा कि जमाखोरी रोकना राज्यों की जिम्मेदारी है, लेकिन उनके समय पर कार्रवाई नहीं करने की वजह से ऎसी स्थिति बनी है। जेटली ने कहा कि पांच हजार टन आयातित दाल आ चुकी है और तमिलनाडु ने 500 टन दाल उठाया है। आंध्र प्रदेश को 1800 टन दाल दिया जाएगा और गुरूवार के बाद वह उठाव शुरू करेगा।

दिल्ली में 380 सफल बूथों और 103 केन्द्रीय भंडारों में अरहर दाल की बिक्री 120 रूपए प्रति किलो की दर से की जा रही है। तीन हजार टन और आयातित दाल शीघ्र ही आने वाली है। उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर पैदावार कम होने के कारण जमाखोरी बढ़ी है जिससे कीमतों में तेजी आई है। इसके साथ ही प्रमुख दाल उत्पादक देशों जैसे मलावी, मोजांबिक और म्यांमार में भी पैदावार प्रभावित हुई जिससे वैश्विक स्तर पर इसकी कीमतें बढ़ी हैं।

वित्त मंत्री ने कहा कि जब्त दाल शीघ्र ही बाजार में उपलब्ध करायी जाएगी, लेकिन अभी से ही थोक में कीमतें कम होने लगी हैं तथा अगले कुछ दिनों में खुदरा में भी इसका असर दिखेगा। इस बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण, आर्थिक मामलो के सचिव शक्तिकांता दास, मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियम के साथ ही वाणिज्य एवं वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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