संचारी रोग नियंत्रण अभियान को प्रभावी बनाने में जुटा स्वास्थ्य महकमा

बाराबंकी (19/9/2019)। स्थानीय जनपद में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तीसरे चरण के दौरान जापानी इंसेफेलाइटिस के होस्ट सूअर के बाड़ों को चिन्हित कर आबादी से दूर किया जा रहा है , आम जन डेंगू , चिकनगुनिया और मलेरिया से ग्रसित न हो सके इसके लिए लार्वासाइड का नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्र में छिड़काव कराया जा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा रमेश चन्द्र ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान की साप्तहिक समीक्षा कर रिपोर्ट शासन को नियमित रूप से भेजी जा रही है । अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जुड़े बारह विभाग पूरे समर्पण भाव से सहयोग कर रहे है।

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल डॉ आर सी वर्मा ने बताया जापानी इंसेफेलाइटिस रोग का सूअर प्रथम होस्ट है तथा बीमारी फ़ैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है इसके लिए आबादी से बाहर सूअर के बाड़े स्थानांतरित कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से सहयोग लिया जा रहा है। संचारी रोगो का संचरण न्यून हो जाये इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रो में साप्तहिक रूप से लार्वा साइड का छिड़काव कराया जा रहा है। वर्षा तथा दूषित जल वेक्टर जनित एवं संचारी रोगो में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में लोगो को पीने के पानी को उबालकर ही प्रयोग में लाने की सलाह दी जा रही है, नगरीय क्षेत्रो के अंतर्गत आम लोगो को क्लोरीन युक्त पानी उपलब्ध कराने का नगर पंचायत व नगर पालिका परिषद के अधिकारियो से आग्रह किया गया है।

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जिला मलेरिया अधिकारी अविनाश कुमार ने बताया संचारी रोग नियंत्रण के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील स्तर पर लगातार रैली का आयोजन किया जा रहा है , स्कूलों में बच्चो को पेन्टिंग प्रतियोगिता आयोजित कर प्रार्थना सभा में संचारी रोगो की शपथ दिलाई जा रही है , मलेरिया के मरीजों के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में इलाज की विशेष व्यवस्था की गयी है। किसी को भी मलेरिया की आशंका हो तो वह तुरंत सरकारी अस्पताल, सामुदायिक- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निशुल्क जांच कराकर इलाज कराए । बुखार के रोगियों का शत प्रतिशत उपचार कराये जाने के उद्देश्य से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर बैड आरक्षित कराये गए है, कुपोषित बच्चो में से अति कुपोषित बच्चो को चिन्हित करके पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) भेजा जा रहा है ।

नोडल अधिकारी डा वर्मा ने बताया जिले में संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़े के दौरान 1073 स्वच्छता पोषण समित की बैठक हुई, 2264 स्कूल रैली का आयोजन कर 583 ग्रामीण क्षेत्रो में प्रभात फेरी व ग्राम प्रधान मीटिंग का आयोजन किया गया है, 2726 शौचालय का निर्माण कराया जा चुका है, जबकि जिले के 760 ग्रामो में घास व झाड़ी कटाई का कार्य कराया गया है, शहरी क्षेत्र में कुल 29 वार्ड में वार्डो में नाला सफाई का कार्य पूरा किया जा चुका है, इण्डिया मार्क 2 हैण्डपम्प में लक्ष्य 7308 के मुकाबले 3950 की मरम्मत कराई जा चुकी है , जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जिले में 122 कुपोषित बच्चो को चिन्हित किया जिनमे से 15 बच्चे एनआरसी भेजे गए,जबकि जिले की नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत के 385 वार्ड में से 285 वार्ड में फांगिग का कार्य पूरा कर लिया गया है,पशु चिकित्सा विभाग ने 124 मीटिंग कर सूअर पालको को सफाई तथा जापानी इंसेफेलाइटिस रोग के विषय में जानकारी दी क्योकि सूअर इस बीमारी का प्रथम होस्ट है और बीमारी फ़ैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है ,संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तीसरे चरण में विभिन्न विभाग के 64 अधिकारी अभी तक गॉव गॉव निरीक्षण कर चुके है ।

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