वायु तत्व की राशियां, जाने कैसे बचे इनके दुष्परिणाम

वायु तत्व की राशियां कौन सी होती है।  इसके प्रभाव क्या होते हैं। इसके दुष्परिणाम से कैसे बचें। इन सबके बारे में विस्तृत से जानकारी दी है पंडित शशिशेखर त्रिपाठी ने। उन्होंने वायु तत्व की राशियों के बारे में सबकुछ बताया है। वायु तत्व की राशियां होती हैं- मिथुन, तुला और कुंभ। वायु तत्व की पहली राशि मिथुन का संबंध कम्यूनिकेशन से होता है, यानी संवाद से। सीधे तौर पर कहें तो ये राशि संचार के गुणों से परिपूर्ण होती है ।

7 भाव से आप किसी से भागीदारी करते हैं और 11 भाव काल पुरुष की लाभ का भाव है। तीनों भावों के माध्यम से पता चलता है कि व्यक्ति किसी चीज से जुड़ता है। वायु असीम है जिसको बाउन्डरी में नहीं बांधा जा सकता है। घर तो बना सकते हैं, लेकिन हवा को बांध नहीं सकते हैं। हवा का प्रभाव तो सभी जगह होता है, वह स्वतंत्र है। विचारों का आना-जाना भी वायु तत्व से संबंधित है। दृष्टिकोण पर वायु तत्व का बहुत प्रभाव होता है।

वायु तत्व वाला व्यक्ति अग्नि तत्व वाले की तरह बहुत तेज प्रशासक नहीं होते हैं। यह लोग लॉजिकल पार्ट पर बहुत मजबूत होता है। यह लोग टीम को लेकर काम करने में दक्ष होते हैं,  इनके भीतर टीम स्प्रिट बहुत होती है। वायु तत्व में कई बार नकारात्मक या पापी ग्रहों का प्रभाव होता है, तो व्यक्ति तर्क से कुतर्क में पहुंच सकते हैं, इसको लेकर सावधान रहना चाहिए।

वायु तत्व के व्यक्ति अपनी राय अवश्य देते हैं। यानी कई बार यह बिना मांगें ही सलाह दे देते हैं। ऐसे व्यक्ति प्रचार-प्रसार, पत्रकारिता, टीचर के क्षेत्र के लिए बेहद उत्तम होते हैं। सोशल नेटवर्क में अपनी प्रतिभा का पूरा प्रयोग करते हैं। वायु तत्व का हरा रंग होता है।

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