राई के ये छोटे-छोटे उपाय चमकाएंगे आपकी किस्मत के सितारे…

राई भोजन में उपयोग होने वाला एक छोटा सा मसाला है। इसकी गिनती सरसों की जाति में होती है। इसका दाना छोटा और काला होता है। बता दें कि इसका इस्तेमाल खाने को लाजवाब बनाने के लिए किया जाता है। परंतु क्या आप जानते हैं राई सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि व्यक्ति के जीवन की परेशानियों को खत्म करने के लिए भी इस्तेमाल की जाती है। जी हां, ज्योतिष के अनुसार तांत्रिक कामों व कुछ टोटकों में भी राई का उपयोग किया जाता है। माना जाता है कि राई के प्रयोग से किसी को लगी नज़र भी उतारी जा सकती है। इसके साथ ही राई के कुछ स्पेशल उपाय करने से दरिद्रता से भी छुटकारा मिलता है। वहीं अगर ज़रूरी कामों में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए भी राई के उपाय बहुत कारगार साबित होते हैं। आइए जानते हैं छोटी सी राई के चमत्कारी उपाय-राई के ये छोटे-छोटे उपाय चमकाएंगे आपकी किस्मत के सितारे...

बाधाएं दूर करने के लिए
ज्योतिष की मानें तो गुरुवार के दिन राई का दान करने से पूरा दिन शुभ रहता है। इसी के साथ फंसे काम बन जाते हैं और कामों में आ रही रुकावटें दूर हो जाती हैं। इसके अलावा नमक, राई, राल, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके व सूखी मिर्च अंगारे पर डालकर उस आग को रोगी के ऊपर सात बार वारने यानि घुमाने से बुरी नज़र का दोष मिटता है।

दुर्भाग्य को दूर करने के लिए
अगर किसी का दुर्भाग्य उसका पीछा न छोड़ रहा हो तो इसके लिए भी आप राई का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपका दूर्भाग्य सौभाग्य में बदल सकते हैं। इसके लिए एक घड़े में पानी भरे और उसमें कुछ राई के पत्ते डाल दें। कहा जाता है कि इस शुद्ध जल से जो व्यक्ति स्नान करेगा उसका बुरा समय, दरिद्रता और रोग दूर हो जाएंगे।

चिड़ चिड़ापन दूर करने के लिए
अगर घर का कोई व्यक्ति एक दम से हद से ज्यादा चिड़चिड़ा होता जा रहा हो तो ऐसे में राई का छोटा सा उपाय करके उसके चिड़चिड़ेपन को दूर कर सकता है। इसके लिए आप उसके ऊपर से राई मिर्ची उसार कर जला दें और पीड़ित व्यक्ति को उसे देखते रहने के लिए कहें। इससे व्यक्ति को बात-बात पर गुस्सा आना व स्वभाव से चिड़चिड़ा होना कम हो जाता है।

नज़र उतारने के लिए
ज्योतिष के अनुसार राई के सात दाने, नमक की सात छोटी-छोटी डली, सात साबुत लाल मिर्च को लेकर नज़र से पीड़ित बच्चे के सिर के उपर से सात बार उतारकर जलती आग में दाल दें। ध्यान रहे ये क्रिया करते समय किसी की भी टोक नहीं होनी चाहिए। और ध्यान रहे कि समस्त काम बाएं हाथ से करना चाहिए। आग के लिए लकड़ी देसी आम की होनी चाहिए।

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