मां बेटी के रिश्ते ने की मिसाल कायम, सरोगेट मदर बनकर अपनी ही नातिन दिया को जन्म

55 वर्षीय एम्मा माइल्स ने अपनी ही नातिन को जन्म दिया है. दरअसल, 31 वर्षीय ट्रेसी स्मिथ एम्मा माइल्स की बेटी हैं. लेकिन ट्रेसी का जन्म बिना कोख के हुआ था, जिस कारण वह जीवनभर कभी भी किसी बच्चे को जन्म नहीं दे सकती थीं. अपनी बेटी ट्रेसी स्मिथ को मां का सुख देने के लिए एम्मा माइल्स ने अपनी ही बेटी की सरोगेट मदर बनकर अपनी नातिन को जन्म दिया है.

अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि किसी भी महिला की सबसे अच्छी दोस्त उसकी मां ही होती है. मां और बेटी का रिश्ता सबसे अटूट रिश्तों में से एक होता है. एक मां अपने बच्चों की खुशी के लिए कुछ भी कर सकती है. हाल ही में वेल्स की रहने वाली 55 वर्षीय एम्मा माइल्स ने मां बेटी के रिश्ते की एक खूबसूरत मिसाल कायम की है.

ट्रेसी स्मिथ बचपन से ही MRKH (Mayer-Rokitansky-Küster-Hauser Syndrome) बीमारी से पीड़ित हैं. ट्रेसी का जन्म बिना कोख के हुआ था. लेकिन उनकी ओवरी ठीक तरह से काम करती हैं.एम्मा माइल्स ने अपनी नातिन को जन्म देने के लिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) का सहारा लिया. बता दें, इन विट्रो फर्टिलाइजेशन एक प्रक्रिया है, जिसमें महिला के एग को शरीर के बाहर शुक्राणु के साथ मिलाया जाता है. इसके बाद भ्रूण को बच्चे को जन्म देने वाली महिला के अंदर रखा जाता है. इसी प्रक्रिया का सहारा लेकर एम्मा ने अपनी 31 वर्षीय बेटी ट्रेसी स्मिथ के बच्चे को जन्म दिया.

अपनी नातिन को जन्म देने के लिए एम्मा ने करीब 38 किलो वजन कम किया. साथ ही प्रेग्नेंट होने के लिए कई हार्मोनल मेडिकेश का सहारा लेकर शरीर में हार्मोंस को संतुलित किया.

बता दे की , डॉक्टर्स के मुताबिक, 35 साल की उम्र के बाद मां बनने वाली महिलाओं में गर्भपात का अधिक खतरा होता है. इसके साथ ही ऐसी महिलाओं को Pre-Eclampsia का भी अधिक खतरा होता है. , ये एक तरह की कॉम्प्लिकेशन है, जिसमें बच्चे के साथ मां की जान को भी खतरा रहता है. लेकिन एम्मा ने अपनी जान की परवाह किए बगैर अपनी बेटी की मदद की और अपनी ही बेटी की सरोगेट मदर बनकर अपनी नातिन को जन्म दिया.

एम्मा ने अपनी नातिन एवी स्मिथ को इसी वर्ष 16 जनवरी को ऑपरेशन के जरिए जन्म दिया था. बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है. जन्म के समय बच्ची का वजन 3.1 किलोग्राम था. बच्चे के जन्म के बाद एम्मा ने कहा, मेरी बेटी के कभी मां ना बनने की बात मुझे अंदर से परेशान कर रही थी. ट्रेसी ने खुलकर कभी मुझसे नहीं कहा, लेकिन मैंने अपनी बेटी से कहा- जरूरत पड़ने पर मैं तुम्हारा साथ दूंगी.

मैंने अपनी उम्र की परवाह नहीं की. मेरा पूरा ध्यान सिर्फ मेरी बेटी की मदद करने पर था.  बच्चे के जन्म के बाद ट्रेसी और उनके पति एडम ने बच्चे को कानूनी तौर पर अडॉप्ट कर लिया है. परिवार पूरा होने पर ट्रेसी ने अपनी मां का शुक्रिया अदा किया. अब वह अपने परिवार के साथ एक खुशहाल जीवन गुजार रही हैं.

 

 

 

 

 

 

 

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