मकसूदां थाने में ब्लास्ट करने वाले आरोपियों ने बताई ऐसी बात, पुलिस में मच गया हड़कंप

जालंधर के मकसूदां पुलिस स्टेशन में बीती 14 सितंबर को हुए बम धमाकों के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस रिमांड में सनसनीखेज खुलासा किया है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पहले उन्होंने यह धमाका डेराबस्सी पुलिस स्टेशन में करना था। इससे संबंधित उनकी ओर से पूरी तैयारी करते हुए तीन बार यहां की रेकी भी की गई थी, लेकिन ठीक मौके पर उन्होंने मकसूदां पुलिस स्टेशन का चयन करके वहां धमाके कर दिए।मकसूदां थाने में ब्लास्ट करने वाले आरोपियों ने बताई ऐसी बात, पुलिस में मच गया हड़कंप

दो कश्मीरी विद्यार्थियों समेत कुल चार दहशतगर्दों की तरफ से किए इस हमलों का मकसद दहशत फैलाने था, जिसमें किसी का जानी नुकसान नहीं हुआ था। डेराबस्सी पुलिस स्टेशन आतंकवादियों के निशाने पर आने का खुलासा होने के बाद पंजाब पुलिस ने चौकसी बरते हुए इसको चारों तरफ कवर कर दिया और विशेष तैयारियां कर ली हैं। यह पुलिस थाना चंडीगढ़-अंबाला मुख्य मार्ग पर फ्लाईओवर के नीचे स्थित है।

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने फ्लाईओवर के ऊपर से ग्रेनेड फेंकने थे। इस वजह से पुलिस ने फ्लाईओवर पर थाने के सामने टीन की चादरें लगा दी हैं। पुलिस स्टेशन में सीसीटीवी कैमरे लगाने के अलावा बाहर गेट पर संतरी की पोस्ट को चारों तरफ से कवर कर दिया है। इन प्रबंधों को देखने के लिए बीते दिनों पुलिस ने उच्चधिकारियों ने यहां का दौरा किया है।

उक्त आतंकवादी गिरोह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से संबंधित हैं

पुलिस ने धमाके करने आरोप में कश्मीर के आतंकवादी गिरोह अनसर गजावत-उल-हिंद (एजीएच) के साथ संबंधित कॉलेज के दो विद्यार्थियों को गिरफ्तार किया था। उक्त आतंकवादी गिरोह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से संबंधित है। इस आतंकवादी संगठन का मुखिया जाकिर राशिद उर्फ जाकिर मूसा है, जो इन हमले का सरगना है। इन धमाकों में शामिल सेंट सोल्जर कॉलेज जालंधर के दो विद्यार्थियों शाहिद कयूम (22) व पारंगत बशीर (23) को ट्रेनिंग दी गई थी।

कुल चार आरोपियों में दो विद्यार्थियों के अलावा मीर रायूफ अहमद रोफ व मीर उम्र रमजान उर्फ गाजी शामिल थे। इन्होंने 14 सितंबर को शाम मकसूदां पुलिस स्टेशन के बाहर चार हैंड ग्रेनेड फेंके थे। इनमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ था बल्कि दहशत फैलाने के मकसद के साथ यह धमाके किए थे। आरोपियों के साथी डेराबस्सी के लालड़ू के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ते थे और डेराबस्सी रहते थे। उनके पास आरोपियों का अकसर आना-जाना था। इसके चलते ही उन्होंने डेराबस्सी का चयन किया था।

चौकसी बरते हुए विशेष प्रबंध किए: थाना प्रभारी

इसकी पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महिंद्र सिंह ने बताया कि इंटेलिजेंस विभाग से सूचना मिलने बाद चौकसी बरते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा थाने आने वाले संदिग्ध व्यक्तियों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस स्टेशन के अलावा मुबारिकपुर पुलिस चौकी की भी चौकसी बढ़ाई गई है।

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