फेस्टिव सीजन के बाद ग्राहक के लिए आई बुरी खबर, इन कंपनियां बढ़ाये अपने उत्पादों के दाम

फेस्टिव सीजन के समय अगर आपने टीवी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन जैसे बढ़े उत्पाद नहीं खरीदे थे, तो फिर अब खरीदना महंगा सौदा पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि कई प्रमुख कंपनियां अब अपने उत्पादों के दामों को बढ़ाने जा रही है। कीमतों में यह वृद्धि 3 से 10 फीसदी के बीच होगी। फेस्टिव सीजन के बाद ग्राहक के लिए आई बुरी खबर, इन कंपनियां बढ़ाये अपने उत्पादों के दाम

इस वजह से बढ़ेंगे दाम

डॉलर के मुकाबले रुपये में रही गिरावट और कस्टम ड्यूटी में इजाफा होने के बाद कंपनियां दाम बढ़ाने को मजबूर हो रही है। कंपनियों ने कहा है कि वो दाम पहले ही बढ़ा देना चाह रहा था, लेकिन फेस्टिव सीजन के चलते उसने ऐसा नहीं किया। कई कंपनियों ने रिटेलर्स को दी जाने वाली 10 फीसदी डिस्काउंट को भी खत्म कर दिया है। 

इन कंपनियों ने बढ़ाए दाम

जिन कंपनियों ने दाम बढ़ाने का ऐलान किया है उनमें एलजी, सोनी, सैमसंग, बॉश, सीमेंस, हायर, बीपीएल आदि प्रमुख है। सितंबर में कंपनियों ने दाम बढ़ाने का फैसला लिया था, लेकिन उसे तब लागू नहीं किया था। हायर इंडिया ने अपने उत्पादों की कीमतों में 5-8 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है। वहीं शायोमी ने अपने टीवी उत्पादों की कीमतों में 2 हजार रुपये तक की वृद्धि कर दी है। 

इनकी बढ़ाई थी कीमतें

आयात किए जाने वाले एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर तथा 10 किलो तक के वॉशिंग मशीन पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ा कर 20 फीसदी कर दिया गया है। यही नहीं, एयर कंडीशनर तथा रेफ्रिजरेटर के कंप्रेशर पर भी आयात शुल्क 7.5 फीसदी से बढ़ा कर 10 फीसदी कर दिया गया है।

इन वस्तुओं के अलावा स्पीकर, जूते, रेडियल कार टायर, आभूषण सामग्रियां, कई तरह के हीरे, बाथरूम, रसोई और घरों में काम आने वाले कुछ साजो-सामान, प्लास्टिक के कुछ खास सामान तथा ऑफिस स्टेशनरी, ट्रंक तथा हवाई जहाज के इंधनों पर भी शुल्क बढ़ा है।

इस दायरे में शामिल अन्य वस्तुओं में वॉशिंग मशीन, स्पीकर्स, रेडियल कार टायर, आभूषण, रसोई के सामान, कुछ प्लास्टिक के सामान और सूटकेस शामिल हैं। बता दें कि एसी, फ्रिज और वाशिंग मशीन (जिनका भार 10 किलोग्राम से कम है) पर आयात शुल्क को बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।

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