चित्तौड़गढ़ किले पर ‘पद्मावती’ को लेकर फायरिंग

‘पद्मावती’ फिल्म को लेकर चित्तौड़गढ़ किले पर चल रहे प्रदर्शन के दौरान उस समय सनसनी मच गई, जब एक युवक बंदूक लेकर पहुंचा और उसने फायर कर दिया।
चित्तौड़गढ़ किले पर 'पद्मावती' को लेकर फायरिंगहालांकि फायरिंग से किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ और तनाव भी फैलने से बच गया। प्रदर्शन में मौजूद लोग एक युवक द्वारा धरना स्थल पर फायर करने की बात कह रहे हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक इसकी कोई पुष्टि नहीं की है।

वहीं, अभी तक यह भी साफ नहीं हो सका है कि गोली चलाने वाला युवक कौन था और वह कौन से संगठन से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि युवक को पुलिस चिन्हित करने में जुट गई है। लेकिन जानकारी के अभाव में उसे पकड़ा नहीं जा सका है।

पुलिस के मुताबिक मौके पर फायरिंग को लेकर अब तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। लेकिन ज्यों ही हवाई फायर की खबर फैली सुरक्षा व्यवस्था में किले पर मौजूद पुलिस अधिकारी हरकत में आ गए और पुलिस जाब्ते को अलर्ट कर दिया गया।

गौरतलब है भारत के सबसे बड़े किलों में शामिल चित्तौड़ दुर्ग के पाडनपोल में बीते कई दिनों से फिल्म पद्मावती के विरोध में सर्व समाज की ओर धरना दिया रहा है। इसी विरोध में जौहर स्मृति संस्थान की ओर से चेतावनी दी गई थी कि यदि 16 नवंबर तक फिल्म पर बैन नहीं लगा तो 17 नवंबर को किले में पर्यटकों को नहीं जाने दिया जाएगा। इसी क्रम में आज यह कदम उठाया गया है।

​जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष उम्मेद सिंह के अनुसार आज विरोध स्वरुप पर्यटकों को किले में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। जबकि किले में रहने वाले लोगों की आवाजाही पर कोई असर नहीं होगा।

दुर्ग की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। जानकारी के अनुसार इससे पूर्व दुर्ग केवल तीन बार पर्यटकों के लिए बंद रहा है। जिसमें दो बार दुर्ग कर्फ्यू व सांप्रदायिक तनाव के चलते अघोषित रूप से बंद था। यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट और कभी मेवाड़ क्षेत्र की राजधानी रहा ​ऐतिहासिक चित्तौड़ दुर्ग आज पर्यटकों के लिए बंद रहेगा।

 
 
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