कर्ज के बोझ तले दबे किसान ने उठाया यह हैरतअंगेज कदम…

देश में किसानों की नाजुक स्थिति को लेकर कई विरोध प्रदर्शन से लेकर चर्चाएं हो चुकी हैं। लेकिन उनकी स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। देश में किसानों की आत्महत्या में कमी नहीं आई है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से एक खबर आई हैं। यहां एक कर्ज से दबे किसान ने शहर में कुछ जगह पोस्टर लगाकर अपनी किडनी बेचने का ऐलान किया है।

इस बीच सहारनपुर के मंडलायुक्त संजय कुमार ने बताया है कि इस मामले में जांच होने के बाद ही वास्तविक स्थिति साफ हो पायेगी। जिले के सरसावा थाना क्षेत्र के तहत आने वाले सतरसाली गांव निवासी रामकुमार ने बताया कि उसने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत डेयरी फार्मिंग का प्रशिक्षण लिया था।

प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र होने के बावजूद उसे किसी सरकारी बैंक से रिण नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बैंकों से लोन नहीं मिलने के बाद उसने अपने रिश्तेदारों एवं परिचितों से कर्जा लेकर पशुओं को खरीदा और उनके लिए शेड बनवाया। उन्होंने दावा किया कि अब कर्ज देने वाले लोग उससे ब्याज सहित उनका पैसा मांग रहे हैं।

रामकुमार ने दावा किया कि उसके पास कर्ज लौटाने के लिए धन नहीं है और दबाव में उसके पास अब अपनी किडनी बेचने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह गया है। इसलिए उसने अपनी किडनी को बेचने संबंधी पोस्टर लगाये हैं। इस संबंध में प्रतिक्रिया पूछे जाने पर सहारनपुर के मंडलायुक्त संजय कुमार ने कहा, यह मामला अभी उनकी जानकारी में आया है।

उन्होंने बताया कि वह इस बात की जांच करायेंगे कि किस लेवल पर इस किसान को बैंक द्वारा लोन वितरण नहीं किया गया। उन्होंने बताया, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी कि किस कारण से किसान रामकुमार को बैंक द्वारा रिण का वितरण नहीं किया गया है। तमाम तरह के कर्जमाफी योजना चलाने के बावजूद किसानों की स्थिति में कोई अपेक्षित बदलाव नहीं आया है।

Back to top button