इस बच्चे की रोती हुई पेंटिंग के पीछे छिपा है बेहद डरावना सच, जानिए पूरी सच्चाई

घर में पेंटिंग लगाकर अपने घर को सजाने का शौक तो लगभग सभी का होता है। तरह- तरह के शोपीस या और पेंटिंग हम घर में लगाकर उसे खूबसूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। यह बात तो सच है कि घर की दीवारों पर लगी अच्छी पेंटिंग सभी को आकर्षित करती हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी पेंटिंग के बारे में बता रहे हैं जिस की सच्चाई दूसरी पेंटिंग्स से बिल्कुल परे है। दरअसल, इस पेंटिंग ने इटली के लोगों में खौफ फैला दिया था।

इटली के फेमस आर्टिस्ट जियोवनी ब्रागोलिन द्वारा 6 सितंबर 1985 में एक पेेंटिंग बनाई गई थी। जिस में एक रोता हुआ बच्चा दिखाया गया है। जब ब्रागोलिन ने इस पेंटिंग को बनाया तब उसे खुद नहीं पता था कि यह पेंटिंग इतनी पॉपुलर होगी। 1985 के दशक में इटली के लोगों द्वारा यह पेंटिंग बहुत ज्यादा पसंद की गई और कुछ ही दिनों में सैकड़ों की संख्या में यह पेंटिंग बिक गई। यह पेंटिंग इतनी ज्यादा लोकप्रिय होने की वजह से उन्हें इसकी एक सीरीज ही बनानी पड़ी। जिस सीरीज को ‘द क्राइंग ब्वॉय’ नाम दिया गया। लेकिन कुछ ही दिन बाद पेंटिंग की वजह से कुछ ऐसे हादसे हुए कि लोग इस पेंटिंग को शापित मानने लगे।

इस बच्चे की रोती हुई पेंटिंग के पीछे छिपा है बेहद डरावना सचजिसने भी खरीदी उसका घर जलकर हो गया राख 

यह पेंटिंग इतनी खतरनाक साबित हुई की जिस भी व्यक्ति ने इसे अपने घर पर लगाया उसका घर जलकर पूरी तरह खाक हो गया। लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात यह थी कि जिस भी घर में आग लगी उसका सारा सामान जलकर राख हो गया लेकिन इस पेंटिंग को बिल्कुल भी आंच नहीं आई।

एक रिपोर्ट के अनुसार एक फायर-फाइटर ने इस बात का खुलासा किया कि वह जिस भी घर में आग बुझाने जाते, वहां ये पेंटिंग मौजूद रहती थी। उसे भी इस बात से आश्चर्य होता था कि सभी समान जलने के बावजूद इस पेंटिंग को बिल्कुल भी नुकसान नहीं हुआ।

लोगों ने घरों में रखना कर दिया बंद 

जब हादसों का सिलसिला बढ़ता चला गया तो लोग इस पेंटिंग से डर गए। इस पेंटिंग ने लोगों में दहशत फैला दी थी। जिसका असर यह हुआ कि लोगों ने इस पेंटिंग को घर से निकालकर बाहर फेंक दिया और इकट्ठी करके सैकड़ों की संख्या में ये पेंटिंग जला दी गई। शुरुआत में कुछ लोग इस बात को महज अंधविश्वास मानते थे। घर में आग लगने और पेंटिंग पाए जाने वाली बात को भी कुछ लोगों ने केवल इत्तेफाक बताया। लेकिन जब हादसों का सिलसिला बढ़ता गया तो लोगों को यकीन हो गया। जिसके बाद लोगों ने इस पेंटिग को घरों में रखना बंद कर दिया। बताया जाता है कि इसके बाद घरों में आग लगने जैसे हादसों में भी कमी आई।

 
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