अस्पताल में नर्सिंग स्टूडेंट बनकर महिलाओं के इस पार्ट की करते थे चेकिंग, हर महिला बोलती थी..

अस्पताल में नर्सिंग स्टूडेंट बन कर महिलाओं की चेकिंग के बहाने की अश्लील हरकत, सीकर के एसके अस्पताल में जांच कराने आई एक युवती के साथ अश्लील हरकतें करने का गंभीर मामला सामने आया है। नर्सिंग स्टूडेंट बनकर ओपीडी में पहुंचे एक बदमाश ने इस युवती से छेड़छाड़ की। उसकी फोटो भी खींचकर फेसबुक व वॉट्सएप पर वायरल कर दी। यह युवती मूकबधिर है। चार जनवरी सूटोट गांव की ननद-भाभी इलाज कराने पहुंची। यहां से रजिस्ट्रेशन काउंटर पर पर्ची कटवाकर मेडिसिन ओपीडी पहुंची।

नर्सिंग अधीक्षक बजरंगलाल मीणा का कहना है कि युवतियों से ओपीडी में छेड़छाड़ और अश्लील हरकत हुई हैं तो गंभीर मामला है। फर्जी स्टूडेंट बनकर अस्पताल में कोई भी नहीं घुसे, इसके लिए वार्ड प्रभारियों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। – जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर के प्रिंसिपल रिछपाल भास्कर ने बताया कि मंगलवार को पीएमओ ऑफिस से फोन पर मंजीत नारनोलिया नाम के स्टूडेंट के संबंध में जानकारी चाही थी। इसके जवाब में बता दिया गया है कि जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर पर कोई स्टूडेंट नहीं है। अस्पताल में प्रैक्टिकल के लिए कई निजी नर्सिंग इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट आते हैं।

डॉक्टर से चैकअप कराने के लिए लाइन में लगकर बारी का इंतजार करने लगी। इसी दौरान वहां नर्सिंग स्टूडेंट बनकर तीन बदमाश पहुंच गए। लाइन में लगी युवतियों से छेड़छाड़ करने लगे। अश्लील हरकतें की। इस पूरी शर्मनाक हरकत की बदमाशों ने मोबाइल से फोटो भी ली। वारदात के समय दोनों युवतियां अस्पताल में डर के चलते कुछ नहीं बोली। चैकअप के बाद दोनों घर चली गई। घबराई युवतियों ने परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी। दो दिन बाद नर्सिंग स्टूडेंट बनकर अस्पताल में युवतियों से छेड़छाड़ करने वाले बदमाशों ने छेड़छाड़ और अश्लील हरकतों वाली फोटो फेसबुक और वाट्सएप पर वायरल कर दी।

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रिश्तेदारों को फेसबुक व वाट्सएप पर वायरल अश्लील फोटो से घटना की जानकारी मिली। मंगलवार को युवतियों के परिजन एसके अस्पताल पहुंचे। फोटो के आधार पर पीड़ित युवतियों से आरोपियों की पहचान कराई। आरोपियों ने जिस नंबर से फोटो वायरल की उसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन को दी। नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर पर आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाई, लेकिन वहां पर ऐसे कोई नर्सिंग स्टूडेंट नहीं होने की बात सामने आई है।

एसके अस्पताल में दिनभर में सफेद ड्रेस वाले स्टूडेंट घूमते रहते हैं। वे वास्तव में नर्सिंग स्टूडेंट हैं या नहीं कोई पूछने वाला नहीं है। इनकी पहचान के लिए अस्पताल प्रबंधन के पास कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। ये बात सीएमएचओ की जांच में सामने आ चुकी है। सितंबर में एक युवक फर्जी स्टूडेंट बनकर रैफर मरीज के साथ जयपुर गया था। नीमकाथाना के हरफूल यादव ने इसकी शिकायत सीएमएचओ से की। जांच में सामने आया कि आरोपी युवक फर्जी नर्सिंग स्टूडेंट बन मरीजों से ठगी करता था।

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