नोटबंदी और अर्थव्यवस्‍था को लेकर पहली बार बोले उर्जित पटेल

नोटबंदी और अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभाव के बारे में रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल संसदीय समिति को अपनी सफाई पेश की। अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी के फायदे-नुकसान पर 2016 की शुरूआत से ही चर्चा की जा रही थी।नोटबंदी और अर्थव्यवस्था
जब उनसे पूछा गया कि नोटबंदी के बाद कितने नोट चलन से बाहर हुए और कितने नए नोट छापे गए? इसपर आरबीआई गवर्नर ने बताया कि 9.2 लाख करोड़ के नए नोट अर्थव्यवस्‍था में डाले गए हैं। इस बैठक के बाद स्टैंडिंग कमेटी ऑफ फाइनेंस के सदस्य और टीएमसी नेता सौगता रॉय ने कहा कि उर्जित पटेल ये बताने में असमर्थ रहे कि कितने पुराने नोट बैंकों में वापस आए हैं।

साथ ही वह ये भी नहीं बताए की स्थितियां कब तक सामान्‍य होंगी। इसके अलावा उन्होंने वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि, वित्तीय सेवा एवं राजस्व के अधिकारी वित्तीय मामलों की स्थायी समिति के प्रमुख और कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली को भी जानकारी दी। बैठक में इंडियन बैंक्स एसोसिएशन, एसबीआई, पीएनबी और ओबीसी भी इस बैठक में मौजूद रहे। इसके अलावा उर्जित पटेल 20 जनवरी को इन्हीं मुद्दों पर लोक लेखा समिति क सामने अपनी सफाई देंगे।

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