सुहाग सामग्री जैसे सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां उपहार में देने से सौभाग्य बढ़ता है। इससे देवी अति प्रसन्न होती है इसलिए समय-समय पर इन्हें भी उपहार स्वरूप देना चाहिए।
गृहलक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए इन उपहारों के अलावा एक खास उपहार है जिसमें कोई पैसा खर्च नहीं करना होता है वह जरुर दें। यह उपहार है सम्मान और मीठे बोल। अगर आप यह चार उपहार दें तो मनुस्मृति के अनुसार घर में प्रेम और आनंद भरपूर रहेगा।
गृहलक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए इन उपहारों के अलावा एक खास उपहार है जिसमें कोई पैसा खर्च नहीं करना होता है वह जरुर दें। यह उपहार है सम्मान और मीठे बोल। अगर आप यह चार उपहार दें तो मनुस्मृति के अनुसार घर में प्रेम और आनंद भरपूर रहेगा।