गर्मियों में जरूर फॉलो करें 5 टिप्स, Immunity में होगा सुधार

सर्दियाें का मौसम खत्म होने के बाद गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। तापमान भी तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ते तापमान से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। गर्मी में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, फूड पॉइजनिंग और बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में अगर आपकी इम्युनिटी कमजोर है तो आपके बीमार होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
हालांकि आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको अपने इस लेख में गर्मियों में इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग करने के जरूरी टिप्स देने जा रहे हैं। इसे आप मौसमी बीमारियों से लड़ने में सक्षम होंगे। तो आइए जानते हैं विस्तार से-
बॉडी को हाइड्रेट रखें
गर्मी के मौसम में शरीर से पसीने के रूप में काफी पानी और जरूरी मिनरल्स निकल जाते हैं। इससे डिहाइड्रेशन की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे हमारी इम्युनिटी पर भी बुरा असर पड़ता है। गर्मी के दिनों में आपको एक दिन में कम से कम चार से पांच लीटर पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही आप नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, छाछ और फलों के रस जैसे हेल्दी ड्रिंक्स को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
हरी सब्जियों और फलों को खाएं
गर्मियों के दिनों में बाजारों में मौसमी फलों की भरमार होती है। आपको अपनी डाइट में इन्हें जरूर शामिल करना चाहिए। आप आम, तरबूज, खरबूजा, लीची, आंवला और नींबू को शामिल करें। इनमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियों को भी जरूर खाना चाहिए। ।
हल्का भोजन करें
गर्मी में भारी और तला-भुना खाना खाने से बचना चाहिए। ये शरीर पर ज्या दबाव डाल सकता है। इससे पाचन पर भी बुरा असर पड़ता है। साथ ही इम्युनिटी भी कमजोर होती है। ऐसे में हल्की खिचड़ी, दाल-चावल, दही, सलाद और सूप जैसे फूड्स का आप ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।
पर्याप्त नींद लें
सेहतमंद रहना है तो आपको गर्मी के दिनों में भी कम से कम आठ घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इससे आपकी इम्युनिटी कमजोर हो सकती है। दरअसल, नींद लेने से शरीर की मरम्मत होती है और रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है।
योग और एक्सरसाइज जरूर करें
गर्मियों में हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या योग जरूर करना चाहिए। ये आपकी बॉडी को एक्टिव रखने में मदद करते हैं। शरीर में एनर्जी भी बनी रहती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर होती है।