आपकी हैंडराइटिंग बताती है कि कैसा है आपका स्वभाव, जानें ये 5 बातें

स्कूल के दिनों में आपकी टीचर आपके या आपके दोस्तों की नोटबुक पर ‘लेख सुधारो’ लिखती थी, आज काफी अरसे बाद भी आपको ये बात याद होगी लेकिन क्या आपने ध्यान दिया है आपकी टीचर ने आपको ‘लेख सुधारो’ कहा लेकिन कभी ‘लेख बदलो’ नहीं कहा. इसका सीधा-सा कारण ये है कि हम प्राकृतिक चीजों को पूरी तरह बदल नहीं सकते. ज्योतिषशास्त्र और समुद्रशास्त्र में भी इंसान के स्वभाव से जुड़ी ऐसी बातों का उल्लेख किया गया है. व्यक्ति की लिखावट या हैंडराइटिंग से जुड़े हुए ऐसे ही तथ्य हैं आपकी लिखावट से आपके बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है. आइए डालते हैं ऐसे ही खास बिंदुओं पर एक नजर.आपकी हैंडराइटिंग बताती है कि कैसा है आपका स्वभाव, जानें ये 5 बातें

 

दो प्रकार की लिखावट

आपके खुद देखा होगा और शायद अनुभव भी किया होगा कि जब कोई ज्यादा परेशान होता है, ज्यादा सोच रहा होता है या फिर अपने भीतर कुछ छिपा कर रखता है तो इसका असर उसकी लिखावट पर दिखता है. स्वाभाविक लिखावट और किसी खास मौके पर लिखना.ये दोनों अलग बाते हैं. अब सोचिए कि वो टेंशन, विचार या फिर कोई अन्य बात, किसी के भीतर स्थायी तौर पर हो तो उसकी लिखावट देखकर आप आसानी से परख लेंगे कि संबंधित व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है. जैसे परीक्षा में जल्दबाजी में लिखा हुआ और स्वाभाविक लेखन में अंतर होता है.

1. छोटी-छोटी लिखावट

विशेषज्ञों के अनुसार जिन लोगों की लिखावट बहुत छोटी-छोटी होती हैं वे पढ़ाई में बहुत तेज होते हैं और साथ ही वे कुशल, एकाग्र और शर्मीले स्वभाव के भी होते हैं.

2. बड़ी लिखावट

जिन लोगों की लिखावट बड़ी-बड़ी होती हैं वे स्वभाव से बहुत मिलनसार होते हैं, वे प्रेम की तलाश में भटकते हैं और इसके अलावा उन्हें घूमने-फिरने का भी शौक होता है.

3. ना ज्यादा बड़ी ना छोटी लिखावट

जिन लोगों की लिखाई ना ज्यादा बड़ी ना ज्यादा छोटी है वो हर स्थिति में खुद को एडजस्ट कर लेते हैं, इनकी ना तो ज्यादा अपेक्षाएं होती हैं और ना ही शिकायतें.

4. हर शब्द के बाद गैप

वे लोग जो शब्दों के बीच अंतर रखकर चलते हैं, जो लोग हर शब्द के बाद थोड़ा गैप रखते हैं वे लोग अपनी आजादी पसंद करते हैं. ये लोग किसी भी स्थिति में बंधकर नहीं रह सकते. इन्हें भीड़ बिल्कुल पसंद नहीं होती.

5. जरा भी गैप नहीं रखते

वहीं दूसरी ओर जो लोग शब्दों के बीच जरा भी गैप नहीं रखते वो लोग अकेले रहने से डरते हैं. ये लोग कहीं पर भी अकेले खड़े नहीं हो पाते. इन्हें ऐसी जगह अच्छी लगती है जहां लोगों की भीड़ या जमावड़ा हो…

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