सोने में साल की सबसे बड़ी गिरावट…

नई दिल्ली। फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दर बढ़ाने की चिंता में ग्लोबल बाजार में गिरावट आई। इसके असर में त्योहारी माहौल के बावजूद बुधवार को यहां भी ग्राहकों ने कीमती धातुओं में खरीदारी से परहेज किया।gold

नतीजतन, स्थानीय सराफा बाजार में सोना 730 रुपये लुढ़ककर 31 हजार रुपये के स्तर से नीचे आ गया। पीली धातु में यह इस साल की सबसे बड़ी गिरावट है। इस दिन यह कीमती धातु करीब ढाई महीने के निचले स्तर 30 हजार 520 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुई।

बीते मंगलवार को इसमें 50 रुपये का सुधार दर्ज हुआ था। सोने का यह हाल देख चांदी के लिवाल भी गायब हो गए। मांग के अभाव में यह सफेद धातु 1750 रुपये का गोता लगाकर 43 हजार 250 रुपये प्रति किलो हो गई। बीते दिन भी इस धातु में 450 रुपये की गिरावट आई थी। इसी तरह चांदी सिक्का बुधवार को 3000 रुपये की तगड़ी चपत खाकर 74000-75000 रुपये प्रति सैकड़ा पर बंद हुआ।

क्यों पड़ी कीमती धातुओं पर मार

अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार को देखते हुए ऐसी आशंका पैदा हो गई है कि वहां का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व अपनी ब्याज दर में जल्द ही बढ़ोतरी का एलान कर सकता है। इसके चलते अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में मजबूती दर्ज हुई। इसके असर से सुरक्षित निवेश के रूप में सोना अपना आकर्षण गंवा बैठा।

यही वजह है कि न्यूयॉर्क के अंतरराष्ट्रीय सराफा बाजार में बीते दिन सोना 3.26 फीसद फिसलकर 1268.40 डॉलर प्रति औंस हो गया। चांदी 5.38 फीसद गिरकर 17.78 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

घरेलू सराफा बाजार के अन्य भाव

इसका असर घरेलू बाजार की कारोबारी धारणा पर भी पड़ा। यहां सोना आभूषण के भाव 730 रुपये की हानि के साथ 30 हजार 370 रुपये प्रति दस ग्राम हो गए। आठ ग्राम वाली गिन्नी 150 रुपये टूटकर 24 हजार 350 रुपये पर पहुंच गई। इसी तरह चांदी साप्ताहिक डिलीवरी 1975 रुपये की तगड़ी चपत खाकर 43 हजार 60 रुपये प्रति किलो पर बोली गई।

 

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