शुक्रवार और कोलम्बस के बीच है ये खास संबंध

कोलम्बस जिसका पूरा नाम था क्रिस्टोफर कोलम्बस। शुक्रवार का दिन कोलम्बस के लिए काफी भाग्यशाली रहा था क्योंकि उसने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी खोज शुक्रवार के दिन की थी।

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शुक्रवार और कोलम्बस के बीच है ये खास संबंध

अगर माह की किसी भी तारीख का मूलांक निकाला जाए तो वह किसी न किसी के लिए जरूर शुभ होता है। हो सकता है यह अंक किसी खास वार को ही आता हो।

ये वार भी अंकशास्त्र के अनुसार आपके लिए बहुत शुभ हो सकता है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण प्रसिद्ध खोजकर्ता कोलम्बस के जीवन काल को देखने पर मिलता है।

कोलम्बस एक समुद्री-नाविक, उपनिवेशवादी, खोजी यात्री था। उसने अटलांटिक महासागर में बहुत सी समुद्री यात्राएं कीं और अमेरिकी महाद्वीप के बारे में बताया। हालांकि अमेरिका पहुंचने वाला वह प्रथम यूरोपीय नहीं था किन्तु कोलम्बस ने यूरोपवासियों और अमेरिका के मूल निवासियों के बीच विस्तृत सम्पर्क को बढ़ावा दिया।

कोलम्बस शुक्रवार के दिन पर बहुत श्रद्धा रखता था। इसका कारण यह था कि उसके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाएं शुक्रवार को ही हुईं। वह 3 अगस्त 1492 को अपनी लंबी यात्रा के लिए रवाना हुआ। इस दिन शुक्रवार ही था।

कोलम्बस ने शुक्रवार को ही एक द्वीप के आस-पास पक्षियों को देखा उसने अनुमान लगाया कि पास में कोई आबादी है। समुद्री यात्रा करते हुए जब भूमि दिखाई दी तो उसे बड़ा ही सुखद अनुभव हुआ।

70 दिन लगातार चलने के बाद शुक्रवार को वह एक छोटे से अमेरिकन द्वीप पर उतरा। तब शुक्रवार 17 मई को उसने वारसेलोना में विजय प्राप्त की। शुक्रवार 30 नवम्बर को ही उसने पियोरतोसान्तो में क्राॅस की स्थापना की और शुक्रवार 4 जनवरी को ही वह स्पेन के लिए रवाना हुआ। कोलम्बस का जीवन अंकशास्त्र की दृष्टि से देखें तो काफी मिलता-जुलता लगता है।

हालांकि पाश्चात्य मत पहले दिया जा चुका है कि किस तारीख में उत्पन्न व्यक्ति के लिए कौन सा विशेष वार शुभ होगा। भारतीय मतानुसार जिसकी जन्मकुंडली में जो ग्रह बलवान होगा वह लग्नेश और चंद्रराशीश का मित्र होगा। वह शुभ होगा। पर निर्णय के लिए जन्मकुंडली की आवश्यकता होती है।

इस कारण अपने अनुभव के आधार पर निश्चय कर सकते हैं कौन सा वार शुभ और कौन सा अशुभ होगा।

 
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