शनिवार को करें पीपल की पूजा और बोलें 2 मंत्र, दूर हो सकता है शनि दोष
इन दिनों ज्येष्ठ का अधिक मास चल रहा है, जो 13 जून तक रहेगा। इस महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। इसलिए अधिक मास को पुरुषेत्तम मास भी कहते हैं। धर्म ग्रंथों में पीपल के पेड़ को श्रीकृष्ण का ही स्वरूप माना गया है। इसलिए इसे देव वृक्ष भी कहते हैं।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, अधिक मास में अगर पीपल की पूजा रोज की जाए तो सभी तरह के दोष शांत हो सकते हैं और धन, आयु, संतान सहित हर इच्छा भी पूरी हो सकती है। अगर अधिक मास में रोज पीपल की पूजा न कर पाएं तो सिर्फ शनिवार को भी ये पूजा कर सकते हैं। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनिवार को ऐसे करें पीपल की पूजा…
1. शनिवार की सुबह स्नान आदि करने के बाद सफेद कपड़े पहनकर पीपल के पेड़ की पूजा करें।
2. पीपल पर केसर, चंदन, चावल और फूल अर्पित करें और जल चढ़ाएं। थोड़ा सा जल लोटे में ही रहने दें। इसके बाद तिल का तेल का दीप जलाकर नीचे लिखे श्रीकृष्ण व अश्वत्थ मंत्र बोलें –
अश्वत्थ मंत्र
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यंसर्वसम्पदम्।
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
श्रीविष्णु-श्रीकृष्ण मंत्र
दामोदरं पद्मनाभं केशवं गरुडध्वजम्।
गोविन्दमच्युतं कृष्णमनन्तमपराजितम्।
3. ये मंत्र बोलते हुए पीपल के पेड़ की 11 परिक्रमा करें। घर आकर लोटे में बचा जल घर में सभी ओर छिड़क दें।
4. ये उपाय करने से शनि दोष के साथ ही घर में कोई भी दोष हो तो वो शांत हो जाता है।