लॉक डाउन के बाद घर जा रही छात्रा से गैंगरेप

दोस्त ने 10 साथियों के साथ की हैवानियत

प्रमुख संवाददाता
एक तरफ कोरोना की दहशत ने लोगों को घरों के भीतर बंद कर दिया है तो वहीं महिला सुरक्षा के रास्ते अब तक तैयार नहीं हो पा रहे हैं। दिल्ली के निर्भया काण्ड के बाद सुप्रीम कोर्ट ने चार बलात्कारियों को फांसी पर भी लटका दिया लेकिन दरिंदगी के हालात पर अभी भी ब्रेक नहीं लग पा रहा है।
झारखंड के दुमका जिले में लॉक डाउन के बाद अपने घर लौट रही इंटर की छात्रा के साथ 10 युवकों ने चाकू के बल पर गैंगरेप की घटना को अंजाम दे दिया। दुमका के पुलिस अधीक्षक वाई.एस.रमेश ने बताया कि गैंगरेप की घटना की एफआईआर दर्ज करा दी गई है लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घटना 24 मार्च की रात की है।

बताया जाता है कि कोरोना की वजह से लॉक डाउन घोषित होने के बाद इंटर में पढ़ने वाली छात्रा अपना किराये का कमरा छोड़कर अपनी सहेली के साथ उसकी स्कूटी पर सवार होकर अपने घर के लिए रवाना हुई थी। उसने अपने घर वालों को दुमका के कारूडीह मोड़ पर बुलाया था। घर वाले वहां नहीं पहुंचे तो उसने अपने एक दोस्त प्रसन्नजीत उर्फ़ विक्की को मदद के लिए फोन कर बुलाया।
विक्की अपने दोस्त के साथ मोटर सायकिल से पहुँच गया. मोटर सायकिल से तीनों घर के लिए रवाना हुए। रास्ते में विक्की के 8 नकाबपोश दोस्त और पहुँच गए और जंगल के भीतर ले जाकर चाकू के बल पर 10 लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया।
गैंगरेप के दौरान जब वह बेहोश हो गई तो सभी वहां से फरार हो गए। 25 मार्च की सुबह उसे होश आया तो वह जंगल से निकलकर सड़क पर आयी और गाँव वालों को जानकारी दी। पुलिस ने पीडिता को दुमका मेडिकल कालेज में भर्ती करा दिया है और बलात्कारियों की तलाश में जुट गई है।

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