जेट एयरवेज की हिस्सेदारी नहीं बेचेगा एतिहाद

नई दिल्लीः एतिहाद एयरवेज ने इस बात से साफ़ इंकार किया है कि वह जेट एयरवेज में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. बल्कि उसने जेट एयरवेज को अपना मूल्यवान भागीदार बताया है.बता दें कि विमानन क्षेत्र के शोध संस्थान कापा (सीएपीए) ने एतिहाद के अगले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही तक जेट एयरवेज से बाहर निकलने की बात कही थी.जेट एयरवेज की हिस्सेदारी नहीं बेचेगा एतिहाद

इस बारे में एतिहाद के प्रवक्ता ने हिस्सेदारी बेचने का खंडन करते हुए कहा कि कापा की रिपोर्ट में जो दावा किया गया है वह पूरी तरह गलत है. जेट एयरवेज हमारे लिए मूल्यवान भागीदार है, और हमारा अपनी हिस्सेदारी बेचने का इरादा नहीं है.उल्लेखनीय है कि एतिहाद ने जेट एयरवेज में अप्रैल, 2013 में निवेश किया था. उस समय उसने जेट एयरवेज की 24 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करीब 2,069 करोड़ रुपए में किया था.

गौरतलब है कि इसके पूर्व कापा इंडिया ने दिन में ट्वीट कर बताया था कि कापा रिसर्च ने संकेत दिया है कि एतिहाद 2018-19 की तीसरी तिमाही तक जेट एयरवेज में अपनी 24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकती है.जबकि जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा कि नीति के तहत एयरलाइन अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती. सितंबर, 2017 में जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने भी एतिहाद के एयरलाइन से बाहर निकलने की अटकलों को खारिज करते हुए  कहा था कि एतिहाद की भी जेट एयरवेज से निकलने की कोई नहीं योजना है.

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