जानिए राम नवमी शुभ मुहूर्त, तिथि और मान्यता

हिन्दू मान्यताओं में चैत्र नवरात्रि का काफी ज्यादा महत्त्व माना जाता है। नौ दिन लोग मां को प्रसन्न करने के लिए व्रत, पूजा, आरती, स्तुति करते हैं। लेकिन नवरात्रि के नौवें दिन का महत्त्व कुछ ज्यादा होता है। राम नवमी होने के कारण इस दिन का महत्त्व और ज्यादा बढ़ जाता है। रामनवमी के दिन मां दुर्गा और श्री राम और मां सीता की पूजा की जाती है। ऐसा कहा गया है कि राम नवमी के दिन ही भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था।
यह पर्व भारत में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। रामनवमी के दिन ही चैत्र नवरात्र की समाप्ति भी हो जाती है। हिंदु धर्म शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था अत: इस शुभ तिथि को भक्त लोग रामनवमी के रूप में मनाते हैं एवं पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य के भागीदार होते है। राम नवमी का त्यौहार हर साल मार्च – अप्रैल महीने में मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राम नवमी का इतिहास क्या है? राम नवमी का त्यौहार पिछले कई हजार सालों से मनाया जा रहा है। राम नवमी का त्यौहार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राम नवमी मुहूर्त और तिथि 2020 –
मुहूर्त –
2 अप्रैल – राम नवमी पूजा मुहूर्त – 11:10 से 13:38
तिथि –
नवमी तिथि आरंभ – 03:39 (2 अप्रैल 2020)
नवमी तिथि समाप्त – 02:42 (3 अप्रैल 2020)
ऐसे करें पूजा-
रामनवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्‍नान कर स्‍वच्‍छ वस्‍त्र धारण करें। अब भगवान् राम का नाम लेकर व्रत का संकल्‍प लें। अब घर के मंदिर में रामलला की मूर्ति या राम दरबार की तस्वीर स्थापित कर उसपर गंगाजल छिडके। दीपक जलाकर रामलला को पालने में बैठाएं और उन्हें मौसमी फल, मेवे और मिठाई का भोग लगाए। अब उनकी आरती कर रामायण और राम रक्षास्‍त्रोत का पाठ करें। पूजा के बाद नौं कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें उपहार या दक्षिणा देकर विदा करें। इसके बाद घर के सभी सदस्‍यों में प्रसाद बांटकर व्रत का पारण करें।

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