अदाणी पावर के साथ कई कंपनियों के शेयरों को अलग-अलग इंडेक्सों में शामिल करने का किया फैसला..

एनएसई की इंडेक्स मेंटेनेंस सब-कमेटी ने अदाणी विल्मर और अदाणी पावर के साथ कई अन्य कंपनियों के शेयरों को अलग-अलग इंडेक्सों में शामिल करने का फैसला किया है। ये बदलाव 31 मार्च से लागू हो जाएगा।

 देश के सबसे एक्सचेंज एनएसई ने अदाणी ग्रुप की दो कंपनियों अदाणी विल्मर और अदाणी पावर को अलग-अलग इंडक्सों में शामिल करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक, 31 मार्च, 2023 से होने वाले बदलाव में इन दोनों कंपनियों को इंडेक्स में शामिल किया जाएगा।

इस फैसले के बाद आने वाले समय में अदाणी विल्मर निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी 100 इंडेक्स का पार्ट होगा, जबकि अदाणी पावर निफ्टी 500, निफ्टी 200, निफ्टी मिडकैप 100, निफ्टी मिडकैप 150, निप्टी लॉर्जकैप 250 और निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 का हिस्सा होगा। ये सभी बदलाव 31 मार्च, शुक्रवार की शाम से लागू हो जाएंगे।

एनएसई की कमेटी लेती फैसला

एनएसई की इंडेक्स मेंटेनेंस सब-कमेटी एक निश्चित अवधि में होने वाली समीक्षा के दौरान शेयरों को मार्केट कैप के आधार पर इंडेक्स रिप्लेस करती है। कमेटी ने इस बार निफ्टी 50 इंडेक्स में बदलाव नहीं करने का फैसला किया है।

अदाणी विल्मर और अदाणी पावर के अलावा ये शेयर भी होंगे शामिल

निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स में अदाणी विल्मर के अलावा एबीबी इंडिया, केनरा बैंक, पेज इंडस्ट्री और वरुण बेवरेजेज को शामिल करने का फैसला किया है, जबकि बंधंन बैंक, बायोकॉन, ग्लैंड फार्मा, एमफेसिस और वन 97 कम्युनिकेशंस निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स से बाहर होंगे।

MSCI ने वेटेज घटाने के फैसले को टाला

हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद एमएससीआई ने अदाणी ग्रुप के दो फर्मों अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी टोटल गैस में वेटेज घटाने का फैसला किया था, लेकिन बाद में इस फैसले को मई तक के लिए टाल दिया गया।

बता दें, हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। अदाणी ग्रुप, हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को बेबुनियाद बता चुका है।

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