अंतरिक्ष में भारत को बड़ी कामयाबी, श्रीहरिकोटा से PSLV C-30 लॉन्च

Captureश्रीहरिकोटा (28 सितंबर):अंतरिक्ष में भारत को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। श्रीहरिकोटा से PSLV C-30 लॉन्च कर दिया गया है। इसरो का ऐस्ट्रोसैट 6 विदेशी उपग्रह लेकर रवाना। भारत का यह पहला ऑब्जर्वेटरी ऐस्ट्रोसैट है जो स्पेस से धरती का साइंटिफिक एनालिसिस करने के मकसद से लॉन्च किया गया है।

इसके साथ ही भारत यह स्पेस फैसिलिटी हासिल कर चुके दुनिया के चुनिंदा देशों में शामिल हो गया। भारत से पहले अमेरिका, रूस और जापान ने ही स्पेस ऑब्जर्वेटरी लॉन्च किया है।

क्या है ऐस्ट्रोसैट?

इसरो के मुताबिक स्पेस से सैटेलाइट के जरिए धरती पर होने वाले बदलावों का साइंटिफिक एनालिसिस करना इस मिशन का मकसद है। एस्ट्रोसैट के जरिए अल्ट्रावायलेट रे, एक्स-रे, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम जैसी चीजों को यूनिवर्स से परखा जाएगा।

इसके साथ ही, मल्टी-वेवलेंथ ऑब्जर्वेटरी के जरिए तारों के बीच दूरी का भी पता लगाया जाएगा। सुपर मैसिव ब्लैक होल की मौजूदगी के बारे में भी पता लगाने में भी एस्ट्रोसैट से मदद मिल सकती है। इसरो के बनाए पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) की यह 31वीं फ्लाइट है।

इस मिशन में इसरो के अलावा टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी – एस्ट्रोफिजिक्स और रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट भी शामिल है।

 
 
 
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