हाल में फिल्म सरबजीत में नजर आईं अभिनेत्री ऋचा चड्ढा आने वाले दिनों में मानव तस्करी और सेक्स रैकेटों के विरुद्ध अभियान छेड़ने जा रही हैं। मुंबई में एक एनजीओ के साथ मिल कर ऋचा ने सेक्स रैकेटों से बचाई गई लड़कियों के पुनर्वास की योजना पर काम शुरू कर दिया है। ऋचा इस मुद्दे पर बॉलीवुड सितारों के साथ आम लोगों का भी सहयोग चाहती हैं। उन्होंने रैकेटों से निकाली गई लड़कियों के पुनर्वास के लिए एक फंड बनाया है। इस फंड की निर्धारित राशि का दसवां हिस्सा भी ऋचा ने सबसे पहले जमा किया है।
सेक्स रैकेटों के विरुद्ध अपने काम की दिशाओं को विस्तार देते हुए ऋचा न केवल एनजीओ से जुड़ी हैं बल्कि उन्होंने इस विषय पर एक डॉक्युमेंट्री फिल्म भी निर्देशित की है। महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर खुल कर बोलने वाली ऋचा अपनी फिल्म के माध्यम से मानव तस्करी के विरुद्ध जागरूकता फैलाना चाहती हैं। उनकी कोशिश है कि ऐसे रैकटों से बचाई गई महिलाओं को उनके पैरों पर खड़ा होने में मदद की जाए। ऋचा कहती हैं, ‘इन दिनों सेक्स रैकेट सिर्फ सेक्स स्लेवरी (गुलामी) तक ही सीमित नहीं हैं। इनके दुष्चक्र में फंसने वाली लड़की पता नहीं कितने हाथों में बिक जाती है।’ वह बताती हैं कि इस दुष्चक्र में नाबालिग लड़कियों के साथ नाबालिग लड़के भी फंसते हैं।
कुछ समय पहले एक रैकेट से बचाए गए पांच बच्चों में दो लड़के दस साल से कम के थे जबकि तीन लड़कियां थीं। ऋचा के अनुसार इन बच्चों की अंतरराष्ट्रीय स्तर तक खरीद-फरोख्त होती है। इन्हें नशे का आदी बना दिया जाता है। बड़े होने पर इनकी ‘वर्जीनिटी’ को नीलाम किया जाता है। उन्होंने बताया कि बचाए गए बच्चों को देख कर आपको पता चलता है कि इंसान कैसे वहशियों जैसा व्यवहार करता है। बच्चों के शरीर पर सिगरेटों और चिमटों से जलाए जाने के दाग थे।
ऋचा कहती हैं, ‘बॉलीवुड का साल का टर्नओवर दो बिलियन डॉलर है। जबकि दुनिया भर में सेक्स रैकेटों का टर्नओवर दो सौ बिलियन डॉलर है। आप कैसे लड़ेंगे इनसे? कैसे रोकेंगे इन्हें? जबकि इनके साथ दुनिया की सत्ताओं में बैठे तमाम लोग और यहां तक कि कई सरकारें भी शामिल हैं।’ ऋचा की योजना है कि वह चंदा इकट्ठा करके मुंबई में फ्लैट खरीदें और वहां रैकेटों के चंगुल से बचाए बच्चों को रख कर उन्हें पैरों पर खड़े होने में मदद दें। वह चाहती हैं कि बचाए गए बच्चों को डांस, संगीत या उनके मन का कुछ सिखा कर मजबूत बनाएं।
ऋचा के अनुसार कुछ समय पहले ऐसे ही एक रैकेट से बचाई गई एक बच्ची को हेयरस्टाइल में ट्रेंड किया गया और वह आज एक देश के एक प्रतिष्ठित हेयरस्टाइलिस्ट के सेलून में काम करती है। ऋचा कहती हैं, ‘मैं यह दावा नहीं करती कि दुनिया से इस बुराई को मिटा दूंगी लेकिन इसके खिलाफ छोटी-सी कोशिश तो कर सकती हूं।’ ऋचा जल्द ही अपने इस अभियान को सार्वजनिक मंच पर लॉन्च करेंगी। वह नहीं चाहतीं कि उनकी इस कोशिश को उनकी फिल्मों के प्रमोशन या उनकी निजी पब्लिसिटी से जोड़ कर देखा जाए। ऋचा अपने कैंपेन के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों को भी जोड़ेंगी और उनसे अपील करेंगी कि मानव तस्करी/सेक्स रैकेट में बचाए गए लोगों के पुनर्वास के लिए यथासंभव आर्थिक मदद करें।