यूएन महासचिव ने रोहिंग्या मुद्दे पर चीनी राष्ट्रपति से की मुलाकात

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने मंगलवार को म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से मुलाकात की। उन्होंने सू की से बांग्लादेश चले गए रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थियों की वापसी के लिए कदम उठाने की अपील की। आसियान सम्मेलन से इतर अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भी सू की के साथ मुलाकात में रोहिंग्या संकट पर चर्चा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सोमवार को हुई बातचीत में भी रोहिंग्या मुद्दा उठा था।यूएन महासचिव

गुतेरस ने सू की के साथ म्यांमार के रखाइन प्रांत की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने म्यांमार के रखाइन से विस्थापित रोहिंग्या शरणार्थियों की सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वैच्छिक वापसी की जरूरत बताई। साथ ही कहा कि समुदायों के बीच सच्ची मेलमिलाप भी होनी चाहिए।

गुतेरस ने आसियान-यूएन बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी का बढ़ना चिंताजनक है और इससे क्षेत्र की स्थिरता को खतरा हो सकता है। फिलीपींस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता हैरी रोक ने बताया कि आसियान की पूर्ण बैठक में भी रोहिंग्या मामले पर चर्चा हुई।

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यूएन और यूरोपीय संघ के 19 देशों के शीर्ष नेता और अधिकारी आसियान और पूर्वी एशिया संगठन के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए यहां इकट्ठा हुए थे। गौरतलब है कि म्यांमार के बौद्ध बहुल रखाइन प्रांत में अगस्त में बड़े पैमाने पर हिंसा के बाद करीब 600,000 रोहिंग्या मुसलमानों ने बांग्लादेश में शरण ली है।

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