तुलसी पूजन दिवस पर इन चीजों का दान करने से अन्न-धन में होगी अपार वृद्धि

हिंदू धर्म में तुलसी पूजन दिवस को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन मां तुलसी (Tulsi Pujan) की पूजा का विधान है। कहते हैं कि इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही घर में शुभता आती है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व (Tulsi Pujan Divas 2024) हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है।

हिंदू धर्म में तुलसी पूजन दिवस का अपना एक विशेष महत्व है। यह पर्व देवी तुलसी की पूजा के लिए समर्पित है, जो हिंदू धर्म के सबसे पवित्र पौधों में से एक हैं। इस शुभ दिन पर लोग तुलसी माता की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार, यह पर्व हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। कहते हैं कि जो साधक इस दिन सच्चे भाव के साथ मां तुलसी की उपासना करते हैं, उनके घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है। इसके साथ ही अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन (Tulsi Pujan Divas 2024 Date) कुछ विशेष चीजों का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है, तो चलिए उनके बारे में जानते हैं।

तुलसी पूजन दिवस पर करें इन चीजों दान (Donate This On Tulsi Pujan Divas)
तुलसी पूजन दिवस पर चावल, सिंदूर, लाल वस्त्र, 16 शृंगार का सामान, मुरली, धन और गर्म कपड़े आदि चीजों का दान करना शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन इन चीजों का दान करने से जीवन के सभी कष्टों का अंत होता है। इसके साथ ही धन में वृद्धि और घर में बरकत आती है।

कहते हैं कि जो साधक इस पावन मौके पर दान-पुण्य पर जोर देते हैं, उनके ऊपर माता तुलसी की कृपा होती है। इसके साथ ही श्री हरि का आशीर्वाद सदैव के लिए प्राप्त होता है।

तुलसी पूजन दिवस 2024 तिथि और समय (Tulsi Pujan Divas Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, तुलसी पूजन दिवस हर साल 25 दिसंबर, 2024 को भव्यता के साथ मनाया जाता है। इस साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि 24 दिसंबर, दिन मंगलवार को शाम 7 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगी।
वहीं, इसका (Tulsi Pujan Divas Shubh Muhurat) समापन 25 दिसंबर, दिन बुधवार को रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। ऐसे में यह पर्व 25 दिसंबर को ही मनाया जाएगा।

देवी तुलसी के पूजन मंत्र (Tulsi Pujan Mantra)

  1. तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
    धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
    लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
    तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।
  2. महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी,
    आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
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