बंगाल: TMC कार्यकर्ताओं ने BJP की महिला प्रत्याशी को सरेआम पीटा

पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. अब सूबे के साउथ 24 परगना में टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी की महिला पंचायत प्रत्याशी को सरेआम पीटने का मामला सामने आया है. बीजेपी महिला प्रत्याशी पर टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने उस समय हमला बोला, जब वो बारुईपुर एसडीओ ऑफिस में नामांकन दाखिल करने पहुंचीं.

टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा महिला को पीटने का वीडियो भी वायरल हो रहा है. टीएमसी कार्यकर्ताओं की पिटाई से महिला जमीन पर गिर पड़ी. इस घटना को वहां मौजूद लोग तमानबीन बने देखते रहे. किसी ने भी टीएमसी के कार्यकर्ताओं को रोकने की जहमत नहीं दिखाई. इसी महीने के शुरुआत में भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें रिटर्निंग ऑफिसर के सामने ही टीएमसी कार्यकर्ता बीजेपी उम्मीदवार की पिटाई करते हुए दिखाई दिए थे.

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इसके अलावा शुरुआती महीने में पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान भी जमकर हिंसा हुई थी. कई जिलों में विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर हमले किए गए थे. टीएमसी नेताओं द्वारा नामांकन के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमले की खबरें आई थीं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर हमले को लेकर टीएमसी पर पलटवार की चेतावनी दी थी. मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी की सरकार है.

बीजेपी जिलाध्यक्ष की छड़ी से पिटाई, दर्जनों घायल

अप्रैल के शुरुआत में मुर्शिदाबाद में बीजेपी जिला अध्यक्ष गौरीशंकर घोष और उनके समर्थकों को उस वक्त छड़ी से पीटा गया था, जब वे लालबाग बीडीओ ऑफिस अपना नामांकन पत्र लेने गए थे. घोष के मुताबिक टीएमसी कार्यकर्ताओं ने पूरे बीडीओ ऑफिस पर कब्जा जमा रखा था और विपक्षी नेताओं पर हमले कर रहे थे. उन्हें अपना फॉर्म भी कलेक्ट नहीं करने दिया था. इस घटना में कम से कम एक दर्जन बीजेपी कार्यकर्ता घायल हुए थे.

हुगली में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला

हुगली जिले में आरामबाग स्थित एसडीओ ऑफिस अपना नामांकन पत्र लेने गए बीजेपी कार्यकर्ताओं पर भी हमले हुए थे. यहां टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन्हें धकियाने के साथ जूते से भी पिटाई की थी और अधिकारियों के सामने उन्हें ऑफिस से बाहर खींचकर निकाल दिया था. इसके अलावा बीजेपी की वीरभूम जिले की इंचार्ज कलोशोना मंडल पर कथित रूप से उस समय हमला हुआ था, जब वो डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के दफ्तर विपक्षी नेताओं को पर्याप्त सुरक्षा न देने की शिकायत लेकर पहुंची थीं. इसी तरह की घटना बांकुरा और पूर्वी बर्दवान जिले में भी हुई थी.

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