सैनिटाइजर में होती है ये एक खतरनाक चीज, जो आपके शरीर को पहुंचा सकती है नुकसान

कोरोनावायरस संक्रमण के प्रकोप से प्रकोप से पूरी दुनिया पिछले 6 महीनों से जूझ रही है. दुनिया के हेल्थ एक्सपर्ट और साइंटिस्ट सभी कोरोना से निपटने के लिए दवा बनाने में जुटे हुए हैं वहीं दूसरी ओर फिलहाल इसका कोई इलाज सामने आता दिखाई नहीं दे रहा है. कोविड-19 का पहला केस सामने आए हुए छह महीने हो गए हैं और दुनिया भर के हेल्थ एक्सपर्ट अभी भी इस संक्रामक महामारी के इलाज के लिए संघर्ष करते नजर आ रहे हैं, तो आइए आज हम आपको सैनिटाइजर के इस्तेमाल से आपकी सेहत को होने वाले नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं.


कैसे जूझ रहे हैं लोग इस संक्रमण से
कोरोनावायरस संक्रमण की कोई भी निश्चित दवा या वैक्सीन की न होने पर में लोग अपनी समझ से इलाज अपना रहे हैं, जोकि खतरनाक साबित हो रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इस महामारी से बचने के लिए सुझाव दिया है कि कीटाणुनाशक और सूर्य की किरणें कोरोनोवायरस का “इलाज” करने में सक्षम साबित हो सकते हैं. चाहें दुनिया भर के चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा उनके बयानों को खारिज कर दिया गया हो लेकिन लोग अभी भी इन खतरनाक प्रयोगों को करने से रुके नहीं हैं.
खतरनाक इस्तेमाल हो रहा हैंड सैनिटाइजर के साथ  
एक हेल्थ संगठन के अनुसार हैंड सैनिटाइजर पीने से तीन लोगों की मौत हो गई है और एक स्थायी रूप से अंधा हो गया है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ये तीन लोग मेथनॉल विषाक्तता से मारे गए और इसके अलावा तीन लोग मौत से लड़ रहे हैं.
मेथनॉल से भरपूर हैंड सैनिटाइजर इस्तेमाल करने के खतरे
जैसा कि आप सबको पता हैं कि इस वैश्विक महामारी के दौरान हैंड सैनिटाइजर ने लोगों की अलमारियों में अपनी जगह बना ली है मगर आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि क्या आप आपकी स्किन का सही तरीके से ख्याल रख रहे हैं या नहीं. इसलिए इनमें मौजूद सामग्री का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करने की आवश्यकता है. एक हेल्थ संगठन के अनुसार आपको नौ तरह के हैंड सैनिटाइजर से सख्ती से बचने की जरूरत है.
आपके हैंड सैनिटाइजर के हो सकते हैं नुकसान
इन हैंड सैनिटाइजर में एक विषाक्त पदार्थ मेथनॉल पाया जाता है, जो मतली, उल्टी, चक्कर आना, उनींदापन, भ्रम, धुंधली दृष्टि, स्थायी अंधापन, कोमा जैसी कई खतरनाक दुष्प्रभावों को पैदा कर सकता है. इतना ही नहीं यह आपकी तंत्रिका तंत्र को बेहद नुकसान पहुंचाता है, इससे किसी की जान भी जा सकती है. इस जहरीले रसायन को त्वचा के जरिये भी अवशोषित किया जा सकता है, यही वजह है कि हैंड सैनिटाइज़र की सामग्री को पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है.

आखिर में आपको यह समझने की जरूरत है कि कम से कम 20 सेकंड के लिए साबुन और पानी से आपके हाथों को अच्छी तरह से धोना किसी भी हैंड सैनिटाइज़र की तुलना में बेहतर होता है. आप हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल सिर्फ तभी करें, जब हैंडवाशिंग के लिए साफ पानी या साबुन उपलब्ध न हो. इसके अलावा अगर आप बाजार में उपलब्ध हाथ सैनिटाइजर को खरीदते हैं तो उसकी कुल अल्कोहल सामग्री कम से कम 60 प्रतिशत तक होनी चाहिए.

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