राम मंदिर पर यूपी सरकार ने कहा- वेदांती का दावा- दिसंबर में शुरू होगा निर्माण

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि राम मंदिर मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते पर अयोध्या में विशालकाय राम की प्रतिमा लगाने से हमें कोई नहीं रोक सकता अगर कोई रोकेगा तो हम तो उसे देख लेंगे…।राम मंदिर पर यूपी सरकार ने कहा- वेदांती का दावा- दिसंबर में शुरू होगा निर्माण

उन्होंने कहा कि हम अयोध्या का विकास करवा रहे हैं और हमें ऐसा करने से कोई रोक नहीं सकता। दरअसल, अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की प्रतिमा के निर्माण के लिए योजना बनाई जा रही है। इनकी लंबाई 151 मीटर हो सकती है। अभी अहमदाबाद में जिस स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की स्थापना की गई है उसकी ऊंचाई 182 मीटर है।

वहीं, राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष राम विलास वेदान्ती ने कहा कि राम मंदिर निर्माण दोनों पक्षों की रजामंदी से दिसंबर में बिना अध्यादेश लाए शुरू किया जाएगा। जबकि मस्जिद का निर्माण लखनऊ में होगा।

अयोध्या नगर निगम के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘अयोध्या में सरयू नदी के तट पर भगवान राम की 151 मीटर लंबी प्रतिमा बनाने का प्रस्ताव है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देव दीपावली के अवसर पर इसकी घोषणा कर सकते हैं।’

भाजपा नेता उपाध्याय ने कहा, ‘जहां प्रतिमा की स्थापना की जाएगी, उस जगह का चुनाव मिट्टी परीक्षण के बाद किया जाएगा। संत तुलसीदास घाट के आसपास प्रतिमा बनाये जाने की संभावना है। अधिकारी दो-तीन स्थलों को देख रहे हैं, जिनमें से वे सबसे अच्छी जगह का चुनाव करेंगे।’

भाजपा अध्यक्ष ने कही थी खुशखबरी देने की बात

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर के लिए योजना बनाई है। दीवाली आने दीजिए, खुशखबरी की प्रतीक्षा कीजिए….। 
डॉ. पांडेय ने मीडिया के बातचीत में कहा कि योगी जी मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ बहुत बड़े संत भी हैं। निश्चितरूप से अयोध्या के लिए उन्होंने कुछ योजना बनाई है। आप समय की प्रतीक्षा कीजिए। मुख्यमंत्री के हाथों योजना सामने आएगी तो अच्छा रहेगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, खुशखबरी लेकर अयोध्या जाएंगे

इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बयान दिया था कि इस दीपावली पर राम मंदिर मामले पर अच्छी खबर लेकर अयोध्या जाएंगे। उनका कहना है कि राम मंदिर का मुद्दा सैकड़ों साल से चल रहा है। एक तारीख बढ़ने से संतों को धैर्य नहीं खोना चाहिए। वह संतों से इस बारे में बातचीत करेंगे।
योगी ने कहा, वहां मंदिर था, है और रहेगा। हम चाहते हैं कि सर्वसम्मति से इसका हल निकले, अन्यथा और भी विकल्प हैं।
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