नई स्टडी में हुआ खुलासा, मछली खाने वाले लोगों में होता हैं इस बीमारी का कम खतरा…

मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन D, विटामिन B 12, कैल्शियम, आयरन, आयोडिन आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिसे हेल्थ के लिए भी बहुत अच्छा मानते हैं. एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि जो लोग मछ्ली नहीं खाते उनमें दिल का दौरा, स्ट्रोक और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है.

शोधकर्ताओं ने पिछले चार अध्ययनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया जिसमें 58 देशों के 1, 91,000 से ज्यादा लोगों ने अपनी खान-पान से जुड़ी आदतों के बारे में बताया. इसमें मछली खाने वाले लोगों में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम देखा गया.

अध्ययन के प्रमुख शोधकर्ता और कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय में बतौर महामारी विशेषज्ञ के रूप में सेवाएं दे रहे एंड्रयू मेंट ने कहा, ‘हृदय रोग से पीड़ित लोगों में मछली खाने के बड़े फायदे देखे गए हैं.’

जिन लोगों को नए अध्ययन में शामिल किया गया था उनमें से एक चौथाई से अधिक लोगों ने हृदय से जुड़ी परेशानियों का सामना किया.इनमें से लगभग 51,000 लोग ऐसे थे, जिन्होंने लगभग 7.5 साल में मछली की कम से कम दो सर्विंग्स हर सप्ताह ली.

ऐसे में यह पाया गया कि उनमें दिल का दौरा, स्ट्रोक और हार्ट संबंधी दिक्कतों की दर 16 प्रतिशत तक कम थी. ये शोध उन 17 प्रतिशत लोगों पर किया गया था जिन्हें हार्ट से जुड़ी दिक्कतें थीं.

जिन लोगों ने नियमित रूप से मछली का सेवन किया, उनमें दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण मौत का खतरा 18 प्रतिशत तक कम रहा. हालांकि शोधकर्ताओं ने मछली खाने वालो में कोई अन्य और नया लाभ नहीं देखा.

दारुश मोजफेरियन, एमडी, डीआरपीएच, एक कार्डियोलॉजिस्ट और टफ्ट्स फ्रीडमैन स्कूल ऑफ न्यूट्रिशन साइंस के डीन, जेएमए इंटरनल मेडिसिन के साथ एक साक्षात्कार में कहते हैं कि हर किसी को हफ्ते में दो बार तो मछली जरूर खानी चाहिए.

ऑयली, गहरे रंग की मछलियां जैसे सामन, टूना स्टेक, मैकेरल, हेरिंग और सार्डिन आदि में बहुत मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है.

मैकमास्टर ने अपने एक बयान में कहा है कि मछली खाना और खास तौर पर ऑयली फिश का सेवन हमारी सेहत के लिए बड़ा फायदेमंद साबित हो सकता है.

मोजाफेरियन कहते हैं कि जो लोग एक सप्ताह में दो बार मछली का सेवन नहीं कर सकते हैं और यह सुनिश्चित भी करना चाहते हैं कि उनके बॉडी में ओमेगा-3 सही रहे, वे दिन में कम से कम एक फिश ऑयल कैप्सूल का सेवन जरूर करें.

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