अक्षय नवमी के दिन मां लक्ष्मी के इन नामों का करें जप

सनातन धर्म में सभी पर्व का अधिक महत्व होता है और सभी त्योहार किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित हैं। ठीक इसी प्रकार से अक्षय नवमी का पर्व भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को समर्पित है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी पर मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर पूजा और दान करने से जातक के सभी तरह के कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। साथ ही मनचाही जॉब मिलती है। अगर आप अपना जीवन खुशहाल चाहते हैं, तो अक्षय नवमी के दिन सच्चे मन से पूजा करें और मां लक्ष्मी के 108 नमों का जप करें। ऐसा माना जाता है कि मंत्र का जप करने से जातक पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

मां लक्ष्मी के 108 नाम

ॐ नित्यागतायै नमः

ॐ अनन्तनित्यायै नमः

ॐ नन्दिन्यै नमः

ॐ जनरञ्जन्यै नमः

ॐ नित्यप्रकाशिन्यै नमः

ॐ स्वप्रकाशस्वरूपिण्यै नमः

ॐ महालक्ष्म्यै नमः

ॐ महाकाल्यै नमः

ॐ महाकन्यायै नमः

ॐ सरस्वत्यै नमः

ॐ भोगवैभवसन्धात्र्यै नमः

ॐ भक्तानुग्रहकारिण्यै नमः

ॐ ईशावास्यायै नमः

ॐ महामायायै नमः

ॐ महादेव्यै नमः

ॐ महेश्वर्यै नमः

वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 09 नवंबर को देर रात 10 बजकर 45 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं, नवमी तिथि का समापन 10 नवंबर को रात 09 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में 10 नवंबर को अक्षय नवमी मनाई जाएगी।

ॐ हृल्लेखायै नमः

ॐ परमायै नमः

ॐ शक्त्यै नमः

ॐ मातृकाबीजरूपिण्यै नमः

ॐ नित्यानन्दायै नमः

ॐ नित्यबोधायै नमः

ॐ नादिन्यै नमः

ॐ जन्मोदिन्यै नमः

ॐ सत्यप्रत्ययिन्यै नमः

ॐ स्वप्रकाशात्मरूपिण्यै नमः

ॐ त्रिपुरायै नमः

ॐ भैरव्यै नमः

ॐ विद्यायै नमः

ॐ हंसायै नमः

ॐ वागीश्वर्यै नमः

ॐ शिवायै नमः

ॐ वाग्देव्यै नमः

ॐ महारात्र्यै नमः

ॐ कालरात्र्यै नमः

ॐ त्रिलोचनायै नमः

ॐ भद्रकाल्यै नमः

ॐ कराल्यै नमः

ॐ महाकाल्यै नमः

ॐ तिलोत्तमायै नमः

ॐ काल्यै नमः

ॐ करालवक्त्रान्तायै नमः

ॐ कामाक्ष्यै नमः

ॐ कामदायै नमः

ॐ शुभायै नमः

ॐ चण्डिकायै नमः

ॐ चण्डरुपेशायै नमः

ॐ चामुण्डायै नमः

ॐ चक्रधारिण्यै नमः

ॐ त्रैलोक्यजनन्यै नमः

ॐ देव्यै नमः

ॐ त्रैलोक्यविजयोत्तमायै नमः

ॐ सिद्धलक्ष्म्यै नमः

ॐ क्रियालक्ष्म्यै नमः

ॐ मोक्षलक्ष्म्यै नमः

ॐ प्रसादिन्यै नमः

ॐ उमायै नमः

ॐ भगवत्यै नमः

ॐ दुर्गायै नमः

ॐ चान्द्र्यै नमः

ॐ दाक्षायण्यै नमः

ॐ शिवायै नमः

ॐ प्रत्यङ्गिरायै नमः

ॐ धरायै नमः

ॐ वेलायै नमः

ॐ लोकमात्रे नमः

ॐ हरिप्रियायै नमः

ॐ पार्वत्यै नमः

ॐ परमायै नमः

ॐ देव्यै नमः

ॐ ब्रह्मविद्याप्रदायिन्यै नमः

ॐ अरूपायै नमः

ॐ बहुरूपायै नमः

ॐ विरूपायै नमः

ॐ विश्वरूपिण्यै नमः

ॐ पञ्चभूतात्मिकायै नमः

ॐ वाण्यै नमः

ॐ पञ्चभूतात्मिकायै नमः

ॐ परायै नमः

ॐ कालिम्नयै नमः

ॐ पञ्चिकायै नमः

ॐ वाग्म्यै नमः

ॐ हविषे नमः

ॐ प्रत्यधिदेवतायै नमः

ॐ देवमात्रे नमः

ॐ सुरेशानायै नमः

मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते समय किसी बारे में गलत न सोचे। साथ ही घर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। मान्यता है कि साफ-सफाई वाली जगह पर ही धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है।

ॐ वेदगर्भायै नमः

ॐ अम्बिकायै नमः

ॐ धृतये नमः

ॐ सङ्ख्यायै नमः

ॐ जातये नमः

ॐ क्रियाशक्त्यै नमः

ॐ प्रकृत्यै नमः

ॐ मोहिन्यै नमः

ॐ मह्यै नमः

ॐ यज्ञविद्यायै नमः

ॐ महाविद्यायै नमः

ॐ गुह्यविद्यायै नमः

ॐ विभावर्यै नमः

ॐ ज्योतिष्मत्यै नमः

ॐ महामात्रे नमः

ॐ सर्वमन्त्रफलप्रदायै नमः

ॐ दारिद्र्यध्वंसिन्यै नमः

ॐ देव्यै नमः

ॐ हृदयग्रन्थिभेदिन्यै नमः

ॐ सहस्रादित्यसङ्काशायै नमः

ॐ चन्द्रिकायै नमः

ॐ चन्द्ररूपिण्यै नमः

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