दस साल बाद मुंबई से गिरफ्तार हुआ एक लाख का इनामी गैंगस्टर

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने केनरा बैंक कर्मी की हत्या में वांछित दिल्ली में एक लाख के इनामी गैंगस्टर को मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी दस वर्षों से फरार था। उसके खिलाफ हत्या का एक, हत्या के प्रयास के दो समेत कुल 42 आपराधिक मामले हैं। हत्या के मामले में बैंक पीओ महिला समेत चार आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपी मुंबई में बस गया था।

 

दस साल बाद  मुंबई से गिरफ्तार हुआ एक लाख का इनामी गैंगस्टरदस साल बाद मुंबई से गिरफ्तार हुआ एक लाख का इनामी गैंगस्टरस्पेशल सेल डीसीपी प्रमोद कुशवाह के अनुसार, मुखर्जी नगर निवासी श्वेता ने 10 मई, 2010 को भाई दिलीप कुमार (27) के गायब होने की शिकायत दी थी। उसने शिकायत में कहा था कि दिलीप लक्ष्मीनगर स्थित घर से बाइक से महिला दोस्त रेनू से मिलने गया था और वापस नहीं लौटा। जांच के बाद पुलिस ने दिलीप की हत्या के आरोप में राकेश उर्फ साहिल उर्फ अमन, मोनू और दीपू उर्फ धर्मेंद्र उर्फ मन्नू को गिरफ्तार कर लिया था। ये सभी राकेश उर्फ बंटी उर्फ राहुल और उसकी महिला दोस्त रेनू के साथी थे। बाद में उस समय लुधियाना में स्थित केनरा बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर रेनू को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। 

जांच में पता लगा कि राकेश उर्फ बंटी उर्फ राहुल का रेनू से वर्ष 2001 से प्रेम प्रसंग था। रेनू को पता था कि राहुल आपराधिक प्रवृति का है। रेनू पढ़ाई के दौरान ट्यूशन पढ़ाती थी। घोषित बदमाश राहुल उसका पीछा करता था। रेनू उससे प्रभावित हो गई और दोस्ती का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। रेनू की ड्यूटी करनाल में थी तो दोनों साथ रहते थे। मार्च, 2010 में रेनू की तैनाती जब सोनीपत में थी तो वह दिलीप कुमार अकेला के संपर्क में आई। दोनों ने शादी की योजना बनाई।

शादी की जिद करने पर गई दिलीप की जान
बाद में रेनू को पता लगा कि दिलीप की वित्तीय हालत ठीक नहीं है। वह रेनू से पैसे मांगता रहता था। उसने दिलीप से दूरी बनाना शुरू कर दिया। दिलीप रेनू पर शादी का दवाब बनाने लगा। रेनू ने यह बात राहुल को बताई। राहुल ने दिलीप को समझाया, मगर नहीं मानने पर हत्या की साजिश रच ली। वारदात वाले दिन रेनू ने दिलीप को मिलने बुलाया। बाद में अपहरण कर राहुल ने साथी मोनू, राकेश व दीपू के साथ मिलकर दिलीप की हत्या कर दी। शव को पेट्रोल डालकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जला दिया गया था। राहुल के हाथ न आने पर मामला अपराध शाखा को दिया गया। इसके बाद राहुल की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया।

मुंबई में नाम बदलकर रह रहा था
इंस्पेक्टर कैलाश सिंह बिष्ट और रविंद्र कुमार त्यागी की टीम ने राहुल उर्फ बंटी को मुंबई से गिरफ्तार किया है। टीम के मुताबिक, आरोपी मुंबई में रिशभ मान सिंह नाम से एक महिला के साथ लिवइन में रह रहा था। उसने इस नाम से पेन कार्ड, आधार कार्ड, पासबुक व अन्य कागजात बनवा रखे थे। मूल रूप से यूपी में गाजियाबाद के लोनी निवासी आरोपी ने अपना चेहरा भी बदल लिया था। उसने मराठी भाषा भी सीख ली थी। इसका परिवार मूल रूप से सोनीपत, हरियाणा का रहने वाला है।

 
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