दुनिया से भले ही कर लें, लेकिन अपने पार्टनर से भूलकर भी न करें 5 चीजों की शर्म
हमारा जीवनसाथी हमारे जीवन का सबसे अहम इंसान होता है, क्योंकि हमें उसी के साथ जिंदगी बितानी है। ऐसे में एक-दूसरे पर भरोसा होना बेहद जरूरी है (Relationship Tips), ताकि बिना संकोच के हर बात एक-दूसरे से कह सकें। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कुछ बातों को लेकर पार्टनर एक-दूसरे से संकोच करते हैं या उन्हें बताने में शर्माते या हिचकिचाते हैं।
आपको बता दें कि ऐसा करना अन्य लोगों के साथ सही हो सकता है, लेकिन कुछ बातें ऐसी होती हैं, जिनके बारे में पति-पत्नी को कभी एक दूसरे से शर्म नहीं करनी चाहिए (Avoid Relationship Regret)। यहां हम आपको उन्हीं 5 बातों के बारे में बताने वाले हैं, जिनके बारे में आपको अपने पार्टनर से बात करते समय संकोच नहीं करना चाहिए।
पार्टनर के बीच किन 5 बातों की शर्म नहीं होनी चाहिए?
अपनी कमजोरियां- हर इंसान कमजोर होता है। कोई भी परफेक्ट नहीं होता, लेकिन अपनी कमजोरियों को छिपाने की बजाय, अपने पार्टनर के साथ उन्हें साझा करना बेहतर है। इससे आपका पार्टनर आपको बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और आप दोनों एक-दूसरे को सपोर्ट कर पाएंगे।
अपनी भावनाएं- अपनी भावनाओं को दबाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। खुशी, दुख, गुस्सा, प्यार, ये सभी भावनाएं स्वाभाविक हैं। अपने पार्टनर के साथ अपनी भावनाओं को खुलकर साझा करना आपके रिश्ते को मजबूत बनाएगा।
अपनी जरूरतें- हर इंसान की कुछ जरूरतें होती हैं। शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक। अपनी जरूरतों को छिपाने से आपका पार्टनर कभी नहीं जान पाएगा कि आपको क्या चाहिए। इसलिए, अपनी जरूरतों को खुलकर बताने से डरें नहीं।
अपनी गलतियां- हर इंसान गलतियां करता है। गलतियों से सीखना ही जिंदगी का एक हिस्सा है। अपनी गलतियों को स्वीकार करना और उनसे सीखने की कोशिश करना, आपके रिश्ते को और अधिक मजबूत बनाएगा।
अपनी पिछली जिंदगी- हर इंसान की एक पिछली जिंदगी होती है। अपनी पिछली जिंदगी के बारे में शर्म करने की कोई जरूरत नहीं है। अपने पार्टनर को अपनी पिछली जिंदगी के बारे में बताना, उनके साथ एक गहरा जुड़ाव बनाने में मदद कर सकता है।
क्यों जरूरी हैं ये बातें?
विश्वास बढ़ता है- जब आप अपने पार्टनर के साथ खुलकर बात करते हैं, तो आप दोनों के बीच विश्वास बढ़ता है।
संबंध मजबूत होते हैं- खुलकर बातचीत करने से आप दोनों एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं और आपका रिश्ता मजबूत होता है।
तनाव कम होता है- अपनी भावनाओं को दबाने से तनाव बढ़ता है। खुलकर बात करने से तनाव कम होता है।
सहानुभूति बढ़ती है- जब आप अपने पार्टनर के साथ अपनी कमजोरियां और भावनाएं शेयर करते हैं, तो आप दोनों एक-दूसरे के लिए सहानुभूति महसूस करते हैं।