अंधविश्वास ने ली दो लोगों की जान, जाने खूनी संघर्ष का पूरा मामला
होलिका दहन के बाद होली के अंदर प्रतीकात्मक रूप से प्रहलाद को निकालने की बात पर परिवार के ही दो गुट आपस में भिड़ गए. परिवार का विश्वास था कि होलिका में से जो भी प्रहलाद को निकालेगा, उसकी शादी हो जाएगी. इसी अंधविश्वास की वजह से परिवार के दोनों गुट आपस में भिड़ गए जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और सात से आठ लोग घायल हो गए. यह सनसनीखेज घटना हरियाणा के भिवानी जिले की है.
भिवानी के बवानीखेड़ा कस्बे में होलिका दहन पर लोगों के मन में घर कर चुके अंधविश्वास के चलते दो लोगों की जान चली गई और 7-8 लोग बुरी तरह से घायल हो गए. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. बताया जाता है कि 9 मार्च की रात को बवानीखेड़ा के वार्ड नंबर 13 में होलिका दहन किया गया. होलिका दहन के बाद प्रहलाद को निकालने पर एक ही परिवार को दो गुट आपस में भिड़ पड़े.
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ये झगड़ा इसलिए हुआ कि एक युवक ने प्रहलाद निकाला तो दूसरे युवक के परिवार के लोगों ने उसे कहा कि हमारा लड़का तुमसे उम्र में बड़ा है इसलिए प्रहलाद उसे निकलने देना था, तभी उसकी शादी होती. देखते ही देखते विवाद इसना बड़ा हो गया कि ये झगड़ा खूनी संघर्ष में बदल गया और दो लोगों की जान चली गई जिनके नाम सुरेश कुमारी (42) व मनबीर (26) से हैं. इस घटना में 7-8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
वहीं, मामले की सूचना पाकर बवानीखेड़ा थाना प्रभारी श्रीभगवान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों के झगड़े को शांत करवाते हुए सभी घायलों को तुरंत प्रभाव से नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया. वहीं, डीएसपी हेडक्वार्टर वीरेन्द्र सिंह भी नागरिक अस्पताल पहुंचे और पीड़ित लोगों की शिकायत दर्ज करवाई.
डीएसपी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रहलाद निकालने को लेकर एक ही परिवार की दो औरतों में झगड़ा हुआ कि प्रहलाद तेरे नहीं, मेरे बेटे को निकालना था. इसी को लेकर झगड़ा बढ़ा और एक पक्ष के दो लोगों की मौत हो गई और 8 घायल हो गए. वहीं, दूसरे पक्ष के भी दो लोग घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि अजय के बयान पर दूसरे पक्ष के 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.