कुछ इस तरह अमरनाथ यात्रियों को निशाना बना सकते हैं लश्कर आतंकी!
अमरनाथ यात्रियों को अपना मेहमान बताने वाले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी अब अपने मेहमानों का खून बहाने के लिए आतुर हैं. साजिश के तहत लश्कर के आतंकी कुलगाम के मीर बाजार इलाके में अमरनाथ यात्रियों पर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. गनीमत है कि लश्कर के आतंकी अपने मंसूबों में सफल होते, इससे पहले सुरक्षाबलों को उनके मंसूबों को बारे में पता चल गया.
लश्कर के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए सुरक्षाबलों ने अपनी तैयारियों को चाक-चौबंद कर दिया है. वहीं कुलगाम इलाके में अतरिक्ति सुरक्षाबलों की तैनाती कर जंगल से मुख्य सड़क को जोड़ने वाले इलाकों में कर दी गई है. सुरक्षाबलों की कोशिश है कि आतंकी किसी भी कीमत पर जंगल का रास्ता पार कर अमरनाथ यात्रियों तक पहुंचने में सफल न हो सकें. सुरक्षाबल के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की कुछ कॉल को इंटेलीजेंस एजेंसियों ने इंटरसेप्ट किया है.
आतंकियों के बीच इस बातचीत में कुलगाम इलाके के अंतर्गत आने वाले मीरबाजार इलाके में अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाने की जिक्र था. इंटेलीजेंस एजेंसीज ने सुरक्षाबल को यह भी बताया है कि लश्कर की तरफ से अमरनाथ यात्रियों पर हमले की जिम्मेदारी आतंकी नवीद जट्ट और उसके साथियों को दी गई है. आपको बता दें कि नवीद जट्ट उर्फ हुंजुल्लाह लश्कर का वही आतंकी है, जिसकी तलाश जम्मू-कश्मीर पुलिस पत्रकार सुजात बुखारी हत्याकांड मामले में कर रही है.
10 दिन में मोदी सरकार तय करें लोकपाल की नियुक्ति: सुप्रीम कोर्ट
नवीद जट्ट मूल रूप से पाकिस्तान का रहने वाला है. आतंकी नवीद जट्ट 2009 से लश्कर के लिए आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा है. लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी नवीद भट्ट फरवरी 2018 में जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को चकमा देकर श्रीनगर के अस्पताल से फरार हो गया था. उल्लेखनीय है कि अमरनाथ यात्रा के शुरू होने से पहले लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर ने ऑडियो मैसेज जारी कर अमरनाथ यात्रियों को अपना मेहमान बताया था. अपने संदेश में लश्कर कमांडर ने कहा था कि उनकी अमरनाथ यात्रियों के साथ कोई दुश्मनी नहीं है.
अमरनाथ यात्री अपने धार्मिक यात्रा को पूरा करने जम्मू-कश्मीर आए हैं. लिहाजा, लश्कर का कोई भी आतंकी उनके ऊपर आतंकी हमले की वारदात को अंजाम नहीं देगा. इस संदेश के आने के बाद रक्षा विशेषज्ञो ने लश्कर के इस कदम को सुरक्षाबलों के खिलाफ गुमराह करने वाली एक साजिश बताया था. उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय तमाम आतंकी संगठनों की तरफ से हिजबुल मुजाहिद्दीन के ऑपरेशन चीफ रियाज नाइकू ने 27 जून को अपने आतंकियों के नाम एक ऑडियो क्लिप जारी किया था.
जिसमें कहा गया था कि अमरनाथ यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालु उनके मेहमान है. वह एक धार्मिक कार्य के लिए आए हैं. लिहाजा, उनकी निशाना बनाकर किसी तरह के हमलों को अंजाम न दिया जाए. हिजबुल मुजाहिद्दीन के ऑपरेशन चीफ रियाज नाइकू द्वारा जारी इस ऑडियो क्लिप को सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए पूरे जम्मू-कश्मीर में प्रचारित किया गया था. ऑडियो क्लिप में आतंकी रियाज ने उन खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि आतंकी अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं.
आतंकी रियाज ने कहा है कि हम अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं पर न ही किसी तरह के हमले की साजिश पर काम नहीं कर रहे और न ही हम उन पर किसी तरह का हमला करने जा रहे हैं. ऑडियो क्लिप में आतंकी रियाज ने अपने लड़ाकों के लिए जारी संदेश में कहा था कि अमरनाथ यात्री अपनी धार्मिक यात्रा को पूरा करने आ रहे हैं. वे सभी हमारे मेहमान है. लिहाजा, हम उनके ऊपर किसी तरह का हमला नहीं करना है.
आतंकी रियाज ने दावा किया था कि अमरनाथ यात्रियों पर आतंकियों की तरफ से कभी भी हमला नहीं किया गया है. हमारी अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से न ही कोई दुश्मनी है और न ही उनसे हमारी कोई लड़ाई है. आतंकी रियाज ने कहा था कि हमारी लड़ाई कश्मीर को हमसे जबरन छीनने वाले लोगों से है. हम सिर्फ कश्मीरी आवाम पर अत्याचार करने वाले लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं.
ऑडियो क्लिप में आतंकी रियाज ने झूठ को सच साबित करने की कोशिश करते हुए कहा था कि हिजबुल मुजाहिद्दीन कश्मीरी का विरोध करने वालों और कश्मीरी युवकों को बंदूक उठाने के लिए मजबूर करने वालों के खिलाफ आतंकी वारदातों को अंजाम दे रहा है. कश्मीर के आतंकवाद को आजादी का नाम देते हुए आतंकी ने यह कोशिश की है कि वह हम अपने हक और आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं.