सनसनीखेज खुलासा: इस गंदे काम में फंस रही है शहर में रहने वाली लड़कियां

आज हम आपको एक ऐसी खबर से रूबरू करवाने वाले है, जिसके बारे में जान कर आप हैरान रह जायेंगे. जी हां आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ये खबर उन लड़कियों से संबंधित है, जो शहर में रहती है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो शहरों में रहने वाली कामकाजी महिलाओ को लेकर एक चौंका देने वाली रिपोर्ट सामने आई है. जी हां अगर खबरों की माने यानि रिपोर्ट की माने तो शहरों में काम करने वाली महिलाओ में स्मोकिंग का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक ताजा सर्वे में इस बात का खुलासा किया गया है. गौरतलब है कि कंपनी के सोशल डेवलपमेंट विंग द्वारा किये गए इस सर्वे में देश भर के दस बड़े शहरों की करीब दो हजार महिलाओ का नाम शामिल किया गया था.

आपको जान कर ताज्जुब होगा कि इन महिलाओ की उम्र बाइस से तीस साल के बीच है. यानि स्मोकिंग के जरिए ये महिलाएं अपना जीवन खुद ही बर्बाद कर रही है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महिलाओ द्वारा स्मोकिंग को लेकर किये गए सर्वे में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई और पुणे आदि शहरों का नाम शामिल किया गया था. गौरतलब है कि यहाँ कंपनी ने करीब चार हफ्तों तक महिलाओ की स्मोकिंग का विश्लेषण किया और फिर रिपोर्ट में ये पाया गया कि स्मोकिंग करने वाली महिलाओ में ज्यादातर महानगरों की महिलाएं ही शामिल है.

यानि इस रिपोर्ट के अनुसार महानगरों से ताल्लुक रखने वाली महिलाओ का स्मोकिंग स्तर ज्यादा बढ़ता जा रहा है. इसके इलावा अगर सर्वे की माने तो ऐसा कहा जा रहा है, कि ज्यादातर महिलाएं अपना तनाव खत्म करने के लिए ही स्मोकिंग का सहारा लेती है. इसका मतलब ये हुआ कि महिलाएं स्मोकिंग को तनाव कम करने का बेहद अच्छा साधन मानती है. इसके साथ ही सर्वे के दौरान महिलाओ ने ये बताया कि कई बार ज्यादा तनाव होने के कारण उन्हें सिगरेट की संख्या बढ़ानी भी पड़ती है. बरहलाल कुछ महिलाओ का ये कहना है कि वो अपना वजन कम करने के लिए भी सिगरेट का सहारा लेती है. यानि अगर हम सीधे शब्दों में कहे तो शहरों में रहने वाली महिलाएं खुद को मेंटेन रखने के लिए सिगरेट का सहारा ले रही है. जो कि वास्तव में उनके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है.

गौरतलब है कि इस सर्वे में ये भी पाया गया है कि इन महिलाओ में ज्यादातर वो महिलाएं शामिल है, जिनकी आमदन सामान्य से ज्यादा है. यानि जिनकी सैलरी काफी ज्यादा है. गौरतलब है कि ये महिलाएं एक तरह से सोशल स्मोकिंग का ही हिस्सा है. हालांकि इस दौरान महिलाओ को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, कि उन्हें सिगरेट ज्यादा मात्रा में नहीं पीनी चाहिए, क्यूकि इसका सीधा असर हार्ट और फेफड़ो पर पड़ता है. जी हां इससे हार्ट और फेफड़ो से जुडी कई बीमारियां भी हो सकती है. इसके इलावा इससे हमारे वातावरण को भी काफी नुकसान पहुंचता है.

बरहलाल हम तो यही कहेगे कि काम करना जरुरी है, लेकिन काम के चक्कर में जिंदगी बर्बाद करना बिलकुल सही नहीं है.

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