भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने कहा- सूर्यास्त के बाद रेत खनन की अनुमति नहीं

बरेली : भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने कहा कि देवहा नदी के पट्टों पर अवैध खनन किए जाने की शासन में शिकायत की गई थी इसलिए निरीक्षण कर इसकी जांच की गई। भौतिक सत्यापन में देखने को मिला है कि कुछ जगह खनन के नियमों का पालन नहीं किया गया है। अगर नियम विरुद्ध अवैध खनन पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सूर्यास्त के बाद किसी भी दशा में रेत खनन नहीं हो सकता है। वे लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में पत्रकारों से वार्ता कर रही थीं।भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने कहा- सूर्यास्त के बाद रेत खनन की अनुमति नहीं

उन्होंने कहा कि शासन की मंशा आम जनता को रेत, बालू, मौरंग सस्ते रेट पर उपलब्ध करना है, इसलिए रेत खनन नियम से होना जरूरी है। किसी भी दशा में अगर अवैध खनन किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। निदेशालय की टीम को देवहा नदी के पट्टों की नपाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है, इसमें सबकुछ निकल कर आ जाएगा। खनन स्थल पर रेट लिस्ट लगी होनी चाहिए, लेकिन ठेकेदारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। एमएम-11 रवन्ना ऑनलाइन है, इससे सबकुछ आसानी से पता किया जा सकेगा।

किसी भी दशा में खनन नदी की मुख्य धारा में नहीं होना चाहिए। सीमांकन के अंदर ही खनन किया जाए। सूबे में 180 लाइसेंस मौरंग, 254 लाइसेंस बालू भंडारण, 120 निजी पट्टों के लाइसेंस जारी किए गए हैं। इससे पहले निदेशक ने देवहा नदी के किनारे अवैध रेत खनन की कई घंटे जांच पड़ताल की। -निदेशक से मिलने पहुंचे डीएम : निरीक्षण करने के बाद निदेशक लोक निर्माण विभाग से लखनऊ के लिए निकल रही थी। उसी दौरान जिलाधिकारी डॉ.अखिलेश कुमार मिश्र निदेशक से मिलने के लिए पहुंच गए। कुछ देर वार्ता करने के बाद निदेशक गंतव्य के लिए रवाना हो गई।

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