निकाय चुनाव के तहत मंत्रियों को सौंपी डैमेज कंट्रोल की जिम्मेदारी

देहरादून:  84 में से 78 नगर निकायों में महापौर और अध्यक्ष पदों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में उपजे नाराजगी के सुर थामना भी भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा। इसे देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने राज्य सरकार के मंत्रियों और वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंप दी हैं।

दरअसल, निकाय चुनाव के लिए भाजपा खेमे में दावेदारों की लंबी फेहरिस्त थी, जिसने पार्टी नेतृत्व को कड़ी मशक्कत के लिए विवश कर दिया। हालांकि, प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी ने दो बार सर्वे कराकर प्रत्याशियों को कसौटी पर परखा, लेकिन दावेदारों की संख्या लगातार बढ़ती चली गई। खासी मशक्कत के बाद शनिवार देर रात 78 प्रत्याशियों की सूची जारी की गई, लेकिन तमाम निकायों में टिकट वितरण से पार्टीजनों में नाराजगी की आशंका से भी पार्टी सहमी हुई है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए पार्टी ने मंत्रियों के साथ ही वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी हैं। यदि कहीं नाराजगी के सुर उठते हैं तो वे संबंधित कार्यकर्ताओं को बैठाकर इसे दूर कराने में जुटेंगे। इसमें भी नगर निगमों पर खास फोकस रखने को कहा गया है। वहीं, नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों में इसी प्रकार की जिम्मेदारी विधायकों के साथ ही वरिष्ठ पार्टी नेताओं को सौंपी गई है।

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