राज्यसभा हार पर मायावती ने कहा- सपा के साथ बनाई थी रणनीति, BJP की अराजकता से हारे

राज्यसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बावजूद मिली हार के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने शनिवार को बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बसपा अब अपनी नई रणनीति पर काम करेगी. बीजेपी की अराजकता जारी है. इसलिए लोकसभा उपचुनाव में बसपा ने सपा का समर्थन किया, इसलिए बीजेपी को गोरखपुर और फूलपुर में दिन में तारे नजर आए.

मायावती ने कहा कि गोरखुपर और फूलपुर में चुनाव में मिली हार के बाद राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने साजिश रची. बीजेपी गलत काम करने से बाज नहीं आ रही है. बीजेपी की अराजकता की वजह से राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा.

बसपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी सरकार के पास सीबीआई और ईडी जैसे हथियार हैं जिसके जरिये वे विपक्ष को डराने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी के तमाम हथकंडों के बावजूद बसपा के उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को ज्यादा वोट मिले हैं. राज्यसभा चुनाव में बसपा को हराने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी. वहीं बसपा के एक उम्मीदवार ने दगाबाजी की.

मायावती ने कहा कि बीजेपी के एक दलित विधायक ने अपनी आत्मा की आवाज पर बसपा उम्मीदवार को दिया. वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यसभा चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट देने के लिए कांग्रेस और सपा के विधायकों का अभार जताया.

बसपा प्रमुख ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव में बसपा उम्मीदवार को शिकस्त देने के लिए बीजेपी ने तमाम हथकंडे अपनाए.

गठबंधन पर मायावती करेंगी फैसला

उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भीमराव अंबेडकर की हार के बाद पार्टी ने बीजेपी पर राज्यसभा चुनावों में सत्ता के गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया है. बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि राज्यसभा चुनावों में सपा, बसपा और कांग्रेस का वोट एकजुट हुआ. जहां तक गठबंधन का सवाल है तो उसका फैसला पार्टी सुप्रीमो मायावती करेंगी.

शुक्रवार देर रात चुनाव परिणाम आने के बाद पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर को सारे वोट मिले. यहां तक कि एक अतिरिक्त वोट भी मिला. सपा बसपा और कांग्रेस का वोट एकजुट रहा. रही बात गठबंधन की तो इस बारे में कोई भी फैसला करने का अधिकार केवल पार्टी अध्यक्ष (मायावती) को है.’

सतीश मिश्रा ने कहा कि जेल में बंद बसपा विधायक मुख्तार अंसारी और सपा विधायक हरि ओम यादव को राज्यसभा चुनाव में मतदान से रोका गया. इन दोनों को मतदान से रोकने के लिए राज्य सरकार ने अदालत से स्थगन आदेश लिया था, लेकिन इसमें तथ्यों को छिपाया गया. यह पूरी तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग है. इसके अलावा मतगणना में भी गड़बड़ी की गई.

गौरतलब है कि शुक्रवार रात राज्यसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘राज्य के लोगों ने सपा का अवसरवादी चेहरा देख लिया. वह वोट ले सकते हैं, लेकिन बदले में कुछ दे नहीं सकते.’ योगी गोरखपुर और फूलपुर में हाल ही में बसपा की मदद से सपा की जीत का हवाला दे रहे थे.

बसपा के मिश्रा ने कहा कि वे (बीजेपी) जानते थे कि वह चुनाव हार रहे हैं, इसलिए उन्होंने सत्ता का गलत इस्तेमाल किया. बसपा नेता ने कहा कि इससे पहले मुख्तार अंसारी राष्ट्रपति चुनाव सहित कई चुनावों में भाग लेने के लिए जेल से बाहर आ चुके हैं. भाजपा ने अपने सभी प्रत्याशियों वित्त मंत्री अरुण जेटली, डॉ. अशोक बाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, डॉ. अनिल जैन, जीवीएल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव को आसानी से चुनाव जिता लिया जबकि नौवें प्रत्याशी अनिल कुमार अग्रवाल को दूसरी वरीयता के मतों से जिता लिया और बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर के हाथों से जीत छीन ली.

सपा का जश्न कार्यक्रम स्थगित

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठजोड़ के एक प्रत्याशी के चुनाव हारने के बाद आज सपा मुख्यालय पर होने वाले राज्यसभा जीत के जश्न के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया. आज सपा मुख्यालय पर राज्यसभा में जीत के बाद एक समारोह का आयोजन होना था जिसमें पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत सभी बड़े नेताओं को भाग लेना था.

राज्यसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी जया बच्चन तो जीत गईं, लेकिन सपा समर्थित बसपा प्रत्याशी भीमराव अंबेडकर हार गए. इसके बाद यह समारोह स्थगित कर दिया गया. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता और विधानपरिषद सदस्य सुनील सिंह साजन ने बताया, ‘आज पार्टी मुख्यालय में एक समारोह का आयोजन किया जाना था जिसमें दोनो पार्टियों के जीते हुए प्रत्याशियों को शामिल होना था, लेकिन चूंकि हमारे सहयोगी दल बसपा का प्रत्याशी चुनाव हार गया इसलिए अब इस समारोह का कोई औचित्य नहीं है, इसीलिए यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया.’

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