नियमित टीकाकरण से बच्चा रहता है सुरक्षित, संक्रमण से भी होता है बचाव!

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में नियमित टीकाकरण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

लखनऊ : स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में यूनिसेफ के सहयोग से ब्लॉक रिस्पॉन्स टीम के लिए जनपद स्तरीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम बृहस्पतिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित हुआ। इस मौके पर राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा.अजय गुप्ता ने कहा कि नियमित टीकाकरण के प्रति समुदाय को जागरूक करने की आवश्यकता है कि टीकाकरण से बच्चा सुरक्षित रहता है व संक्रमण से बचता है। टीकाकरण करने से बच्चा बार बार बीमार नहीं होगा, शारीरिक और मानसिक परेशानी नहीं होगी और न ही धन की बरबादी होगी। उन्होंने बताया कि यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है| टीका घर के पास ही लगाया जा रहा है इससे आपके समय और पैसे की बचत होगी| टीका कार्ड भी दिया जाता है जिसमें आप स्वयं देख सकते हैं कि बच्चे को कौन कौन से टीके लगने हैं| हर बच्चे को नई सिरिन्ज से टीका लगता है| इससे सभी बच्चे सुरक्षित हैं|साथ ही उन्होंने कहा समुदाय को बताएं कि टीका लगने के बाद बुखार आता है या टीका लगाने के बाद कोई फुंसी हो तो है तो घबराने की जरूरत नहीं है। यह अपने आप ठीक हो जायेगा। इस पर कुछ लगाएं नहीं और न ही इसे छुएं। क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों, अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं और धार्मिक गुरुओं का नियमित टीकाकरण में सहयोग लें ।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नियमित टीकाकरण के महाप्रबंधक डा. मनोज शुकुल ने ब्लॉक रिसोर्स टीम को समझाते हुए बताया कि नियमित टीकाकरण न करवाने के कई कारण होते हैं जैसे टीका लगने के बाद बच्चे को बुखार आ गया तो बच्चें के घरवाले टीका न लगवाने के बहाने बताते है जैसे बच्चा गंभीर बीमारी से पीड़ित है या उसके चिकित्सक ने टीकाकरण करवाने के लिए मना किया हुआ है पर ऐसे में आपको परिवार के सदस्यों और उनके चिकित्सक से बात कर उन्हें टीकाकरण के लिये तैयार करना है| हर बच्चे का पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना है| कुछ जिलों में डिप्थीरिया के केस सामने आए हैं| हमे विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है| डा. मनोज शुक्ला ने कहा कि आशा कार्यकर्ता टीकाकरण सत्र के एक दिन पहले ही क्षेत्र में बुलावा पर्ची के माध्यम से लोगों को सत्र लगने के स्थान और समय की जानकारी दे दें ताकि समय से लोग पहुंचकर बच्चों का टीकाकरण करवा लें|

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एमके.सिंह ने कहा कि टीकाकरण 12 जानलेवा बीमारियों- टीबी, पोलियो, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, हिपेटाइटिस, टिटेनस, निमोनिया, वायरल डायरिया, दिमागी बुखार और रुबेला से बचाता है। टीकाकरण बच्चों को कुपोषण से भी बचाता है। शिशु एवं बालमृत्यु दर में कमी आने का मुख्य कारण नियमित टीकाकरण भी है। यूनिसेफ से डा. संदीप शाही और डा. सुजीत ने पीपीटी के माध्यम से नियमित टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी| इस मौके पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक विष्णु प्रताप, सभी शहरी एवं ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के चिकित्सा अधीक्षक, पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक सुधीर वर्मा, सभी ब्लॉक के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम, विश्व स्वास्थ्य संगठन की सर्विलांस चिकित्सा अधिकारी डा. सुरभि त्रिपाठी, यूनिसेफ़ के नियमित टीकाकरण के राज्य स्तरीय सलाहकार डा. विजय अग्रवाल, यूएनडीपी से डा. नीरज नागर और महेश शर्मा, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) से ज्योति मिश्रा और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

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