जबरदस्ती करवाई जा रही थी 15 साल की छात्रा की शादी, थाने पहुँचकर शादी रुकवाने की लगायी गुहार

पटना। राजकीय मध्य विद्यालय की 15 वर्षीय छात्रा अपना विवाह रुकवा कर अन्य छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गई है। नौवीं में पढऩे वाली छात्रा के परिवार वाले उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। छात्रा ने बाल विवाह का जमकर विरोध करते हुए माता-पिता के फैसले के खिलाफ बगावत कर दी। उसके घर लगन-पान लेकर पहुंचे वर पक्ष को उस समय लौटना पड़ा, जब बालिका ने शादी से इन्कार कर दिया।जबरदस्ती करवाई जा रही थी 15 साल की छात्रा की शादी, थाने पहुँचकर शादी रुकवाने की लगायी गुहार

शादी रोकने के लिए बिहटा थाने में पहुंच कर उसने थाना प्रभारी से गुहार लगाई। थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने त्वरित कार्रवाई कर छात्रा के माता-पिता सहित अन्य सगे-संबंधियों के साथ बैठक कर बाल विवाह से होने वाले नुकसान और कानूनी पहलू को सामने रखा। इसके बाद परिवार वाले विवाह रोकने को राजी हो गए। 

जानकारी के अनुसार बिहटा के श्रीरामपुर टोला की 15 वर्षीया छात्रा मध्य विद्यालय में कक्षा नौ की छात्रा है। छात्रा का विवाह तीन दिन बाद 20 जुलाई को भोजपुर के बखोरापुर स्थित माता मंदिर में होना तय था। मंगलवार को पान लगन के कार्यक्रम में वर पक्ष और सगे-संबंधी लड़की के घर पहुंचे थे। इधर, छात्रा ने बिहटा थाने में लिखित आवेदन देकर शादी रुकवाने का अनुरोध किया था।

इसके बाद थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह ने घर पहुंचकर बाल विवाह पर रोक लगवाते हुए बांड भरवाया। थाना प्रभारी ने बताया कि बाल विवाह के खिलाफ उसने जो साहस का परिचय दिया है वह सराहनीय है। अपनी जान को जोखिम में डालकर उसने विरोध किया। 

पढ़ाई कर कुछ बनने के बाद करूंगी शादी 

पढऩे की ललक में बाल-विवाह का विरोध करने की राह पर चलते हुए उसने बताया कि अभी उसे पढ़ाई करनी है एवं कुछ मुकाम हासिल करना है। उसकी मर्जी के बगैर परिजनों ने शादी तय कर दी थी, जबकि वह पढऩा चाहती है। छात्रा ने बताया कि स्कूल में भी ‘पहले पढ़ाई, फिर विदाई’ के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है। इस कारण उसने शादी से पूर्व पढ़ाई करने एवं कुछ करने की ठानी है। 

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