राष्ट्रीय स्वाभ‍िमान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की ताज महल पर‍िसर में श‍िव चालीसा का पाठ, बोले- तेजो महल में पूजा करने आए थे

आगरा. ताज महल पर व‍िवादों का स‍िलस‍िला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को राष्ट्रीय स्वाभ‍िमान पार्टी के कार्यकर्ता ताज महल पहुंचे और पर‍िसर में श‍िव चालीसा का पाठ क‍िया। यही नहीं, फेसबुक लाइव भी क‍िया। इसकी सूचना म‍िलते ही ताज महल की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवान मौके पर पहुंचे और सभी को ह‍िरासत में ले ल‍िया। इसके बाद मोबाइल और कैमरे जब्त कर फोटो और वीड‍ियो ड‍िलीट कर द‍िया। सीआईएसएफ सूत्रों के अनुसार, बाद में ल‍िख‍ित माफीनामा देने पर छोड़ द‍िया। राष्ट्रीय स्वाभ‍िमान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की ताज महल पर‍िसर में श‍िव चालीसा का पाठ, बोले- तेजो महल में पूजा करने आए थे

आगे पढ़‍िए क्या कहते हैं पार्टी के कार्यकर्ता…

-मीडिया से बातचीत में राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी के अलीगढ़ के ज‍िला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा, ”आज सोमवार को उनका और उनके साथियों का व्रत था। इसके लिए वो ताज महल नहीं, बल्कि तेजो महल (श‍िव मंद‍िर) में भगवान शिव शंकर की पूजा करने आए थे। अपने साथियों के साथ शिव चालीसा का पाठ कर रहे थे, लेकिन ताज महल में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। अब इस देश मे पूजा-पाठ पर रोक लगा दी गई है जोकि सही नहीं है।

26 अक्टूबर को ताज महल देखने जाएंगे सीएम योगी, शाहजहां की कब्र पर भी गुजारेंगे वक्त

-बता दें, सीएम योगी आद‍ित्यनाथ 26 अक्टूबर को ताज महल देखने जाने वाले हैं। इस दौरान वे करीब आधे घंटे तक यहांं रुकेंगे और शाहजहां और मुमताज की कब्र भी देखेंगे। योगी पहली बार इस ऐतिहासिक धरोहर को देखने जा रहे हैं।
-जानकारी के अनुसार, सीएम बनने के बाद पहली बार आगरा जा रहे योगी ताज महल के अलावा फतेहपुर सीकरी, आगरा का किला और दूसरे स्मारकों को भी देखने जाएंगे। इस दौरान वे यमुना के तट देखेंगे और यहां के प्रस्तावित कॉरिडोर के बारे में भी जानकारी लेंगे।
-ताज महल पर विवाद बढ़ने के बाद योगी के इस दौरे को डैमेज कंट्रोल माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि विवाद को खत्म करने के लिए इस दौरे को प्लान किया गया।

संगीत सोम ने दिया था विवादित बयान

– बीजेपी एमएलए संगीत सोम ने ताज महल को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था, ये कैसा इतिहास, किस काम का इतिहास जिसमें अपने पिता को ही कैद कर डाला गया था। मुगल शासक बाबर, अकबर और औरंगजेब गद्दार थे और इनका नाम इतिहास के पन्नों से निकाल दिया जाएगा।”
– “ताज महल को बनवाने वाले ने अपने पिता को कैद किया था और अपने राज में बहुत से हिंदुओं का सर्वनाश किया था।”

योगी ने कहा था- भारत माता के सपूतों के खून और पसीने से बना है ताज महल

– 17 अक्टूबर को गोरखपुर में सीएम योगी ने कहा था, ”यह महत्व नहीं रखता कि इसे (ताज महल) किसने और क्यों बनवाया। यह भारत माता के सपूतों के खून-पसीनों से बना है। इसकी सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से आगे के विकास की जिम्मेदारी उत्तरप्रदेश सरकार की है।”
– ”ताज महल हमारे लिए बहुत अहमियत रखता है, खासकर टूरिस्ट्स के लिए। हमारी प्राथमिकता यही है कि वहां सुविधाएं हों और टूरिस्ट सुरक्षित रहें।”

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ताज महल को लेकर क्या है विवाद?

– हाल ही में यूपी की टूरिज्म मिनिस्ट्री से जारी बुकलेट में कुशीनगर और गोरखनाथ मंदिर जैसे कई स्थानों को शामिल किया गया, लेकिन ताज महल का जिक्र नहीं किया गया। इस पर वि‍वाद शुरू हो गया।
– विवाद के बाद यूपी टूरिज्म के डायरेक्टर अवनीश अवस्थी ने कहा, ”बुकलेट में सिर्फ उन कामों का जिक्र है, जो यूपी सरकार उन जगहों पर करवा रही है या आगे करवाने वाली है।”
– मामले को बढ़ता देख यूपी की टूरिज्म मिनिस्टर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आगरा के ताज महल समेत राज्य के कल्चरल हेरिटेज का पूरी तरह डेवलपमेंट सरकार की प्रायोरिटी है। ताज महल हमारी सांस्कृतिक विरासत है और विश्व विख्यात पर्यटन स्थलों में से एक है। इस बुकलेट में पर्यटन विभाग की अन्य महत्वपूर्ण परियोजना शीर्षक के तहत (पेज संख्या-5) आगरा और बृज के विकास का जिक्र किया गया है।”
– रीता ने कहा, ”आगरा को स्मार्ट सिटी मिशन के तहत डेवलप कराया जा रहा है। इन कोशिशों से पर्यटन के मानचित्र पर आगरा को एक नई पहचान मिलेगी।” उन्होंने कहा कि पर्यटन की वेबसाइट पर ताज महल सबसे ऊपर दिखता है।
– वहीं, विवाद के बाद 2018 के लिए योगी सरकार ने हेरिटेज कैलेंडर में भी ताज महल को शामिल किया।
 
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