पाकिस्तान ‘गधों’ को लेकर बना मजाक, लोग कह रहे- ‘गधों का देश’

पाकिस्तान में गधों की संख्या बढ़ रही है। ये कोई मजाक नहीं है, बल्कि 100 फीसद सच है। पाकिस्‍तान ने खुद अपने आर्थिक सर्वेक्षण में गधों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस रिपोर्ट की माने तो 2016 के डेटा के अनुसार पाकिस्‍तान में 51 लाख गधे थे, जो 2017 में बढ़कर 52 लाख हो गए। अब भी पाकिस्‍तान में गधों की संख्‍या बढ़ने की रफ्तार जारी है। 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार वर्तमान में पाकिस्‍तान में 53 लाख गधे हैं।

पाकिस्तान 'गधों' को लेकर बना मजाक, लोग कह रहे- 'गधों का देश'

पाकिस्तान बन गया गधों का देश

बता दें कि पाकिस्तान में करीब 80 लाख परिवार पशुपालन के काम में लगे हुए हैं, जिनकी आय का 35 फीसद हिस्सा पशुपालन से आता है। पाकिस्तान सरकार के अनुसार गधे न केवल नकद कमाई का जरिया हैं बल्कि ये ग्रामीण इलाकों में गरीबी हटाने और विदेशी मुद्रा कमाने का भी अहम जरिया है। अब भले ही पाकिस्तान के लोगों के लिए गधे कितने भी फायदेमंद और उपयोगी क्यों न हो, लेकिन गधों को लेकर सोशल मीडिया पर इसका खूब मजाक बनाया जाने लगा है। गधों की बढ़ती संख्या के कारण लोगों ने पाकिस्तान को गधों का देश कहना शुरू कर दिया है।

बड़ी खबर: भारत-चीन बॉर्डर पर होगी शांति, हॉटलाइन से जुड़ेंगे दोनों देश

 

इस रिपोर्ट में दिए आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान में बीते एक वर्ष में जानवरों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सिर्फ गधे ही नहीं बकरी, भेड़ की संख्या में भी इजाफा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार बीते साल देश में जहां बकरियों की संख्या करीब 2 लाख बढ़ी है, वहीं भेड़ों की संख्या में करीब 40,000 बढ़तरी हुई है। जबकि गधों की संख्या में एक लाख का इजाफा हुआ है।

‘गधा विकास कार्यक्रम’ में अरबों रुपये का निवेश

 

बता दें कि वित्त मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार मिफ्ताह इस्माइल और योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 2017-18 के लिए पाकिस्तान का आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया था। पाकिस्तान ने 2017 में देश में ‘गधा विकास कार्यक्रम’ में अरबों रुपये का निवेश किया है।पाकिस्तान पंजाब की एक रिपोर्ट के अनुसार गधे के निर्यात से मिलने वाली आय का सकल राष्ट्रीय उत्पाद का अहम हिस्सा है।

 
Back to top button