
झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय को देश को समर्पित किया है। उन्होंने इसका उद्घाटन वर्चुअल तरीके से किया। इसके जरिए लोग आदिवासी समाज को जान सकेंगे बल्कि उनका उत्थान करने वालों से भी रूबरू हो सकेंगे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जल्द ही देश में इस तरह के और आदिवासी संग्रहालय हमें देखने को मिलेंगे। ये देश के कई राज्यों में बनेंगे जिसमें गोवा और गुजरात भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने न सिर्फ अपने समाज में फैली कुरीतियों को और गलत सोच के खिलाफ आवाज उठाने का साहस किया बल्कि उनको बदलने की भी ताकत रखी। उन्होंने विदेश सोच और ताकत को घुटनों पर ला दिया था। पीएम मोदी ने कहा कि वो केवल एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक परंपरा हैं। बता दें कि बिरसा मुंडा एक हाथ खोने के बावजूद अंग्रेजी हुकूमत से लोहा लेते रहे थे।
10:30 बजे:-
पीएम मोदी ने कहा कि वो अटल बिहारी वाजपेयी की ही अभूतपूर्व क्षमता थी जिसकी वजह से झारखंड एक अलग राज्य बना और अस्तित्व में आया। उन्होंने ही केंद्र में एक नया मंत्रालय आदिवासियों के हितों के लिए बनाया। इसमें उनके लिए नीतियां बनाई गईं। झारखंड के स्थापना दिवस के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी श्रद्धांजलि देता हूं
10:27 बजे:-
जिस वक्त महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीतियों के खिलाफ आंदोलन चला रहे थे, उसी समय देश में भगवान बिरसा मुंडा विदेशी ताकतों से भारत को आजाद कराने की लड़ाई छेड़े हुए थे। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने अपना लंबा जीवन आदिवासी भाई-बहनों और बच्चों के साथ बिताया है। उनके सुख-दुख को बेहद करीब से देखा है। उनकी जरूरतों को पहचाना है। इसलिए आज का दिन मेरे लिए बेहद खास है।
10:24 बजे:-
देश ने तय किया है कि स्वतंत्रता दिवस के अमृत काल में आदिवासी समुदाय की संस्कृति और उनकी गौरवशाली परंपरा को एक नई पहचान दी जाए। भगवान बिरसा मुंडा की जयंति के मौके पर ये एतिहासिक फैसला लिया गया है। उनके जन्मदिवस को अब जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा।